सिरोही. जिले के सरूपगंज के समीप उड़वारिया टोल प्लाजा पर गुरुवार को उस समय विवाद गहरा गया, जब एक ट्रक चालक के फास्ट टैग से टोल अदा करने के बावजूद टोल कर्मियों सहित अन्य लोग ट्रक चालक से उलझ गए. देखते ही देखते पूरा मामला मारपीट में तब्दील हो गया, लेकिन पुलिस तमाशबीनों की तरह खड़ी रही. पुलिस ने ना ही टोलकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की और ना ही ट्रक चालक को बचाया.
दरअसल, ट्रक चालक कोटा से गांधीधाम जा रहा था. उसी दौरान उड़वारिया टोल प्लाजा पर अपने फास्ट टैग अकॉउंट से टोल कर अदा किया. बावजूद उसके टोल कर्मियों सहित अन्य लोग ट्रक चालक से उलझ गए. देखते ही देखते टोल कर्मियों व अन्य लोगों ने ट्रक चालक से मारपीट शुरू कर दी. सूचना पर स्वरूपगंज थानाधिकारी भंवरलाल सीरवी समेत मय जाप्ता मौके पर पहुंचे, लेकिन पूरे मामले में पुलिस तमाशबीन बनकर ही रह गई. पुलिस के सामने ही टोल कर्मियों व अन्य लोगों ने ट्रक चालक से मारपीट कर लहूलुहान कर दिया. इतना ही नहीं ट्रक चालक से सरूपगंज पुलिस ने कोई कसर नहीं छोड़ी और ट्रक चालक के साथ मारपीट कर दी.
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पूरे घटनाक्रम के दौरान थानाधिकारी सीरवी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने ट्रक चालक से हो रही मारपीट को रुकवाने में कोई जहमत नहीं उठाई. इसके बाद पुलिस ने खलासी व चालक को सरूपगंज थाना लाया तथा दोनों का मेडिकल करवाया. पुलिस ने इतने बड़े मामले में किसी प्रकार का कोई मामला दर्ज तक नहीं किया. पुलिस के लिए उस समय यह मामला गले की फांस बन गया, जब यह पता चला कि यह ट्रक चालक राजस्थान सरकार के खेल मंत्री अशोक चांदना के किसी कार्यकर्ता का था.
घटना के बाद ट्रक चालक ने पूरे घटनाक्रम की शिकायत खेल मंत्री चांदना व पुलिस अधिकारियों से की है. वहीं, इस पूरे मामले में जब थानाधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि दोनों की तरफ से किसी प्रकार की कोई रिपोर्ट नहीं दी गई थी, इसलिए मामला दर्ज नहीं किया गया है.