सिरोही. पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता वासुदेव देवनानी सिरोही जिले के दौरे पर हैं. जिले की आबूरोड़ में नगर पालिका चुनाव को लेकर भाजपा की ओर से प्रभारी वासुदेव देवनानी को लगाया गया है. आबूरोड़ में पालिका अध्यक्ष के लिए 20 दिसंबर को मतदान होना है. उन्होंने कहा कि सरकार 2 साल का जश्न मना रही है पर सरकार किस बात का जश्न मना रही है यह सोचना चाहिए. पिछले 2 सालों से प्रदेश में जनता बेहाल और त्रस्त है. प्रदेश में अराजकता का माहौल है, अपराधों में वृद्धि हुई है और जनता से किए गए वादे सरकार द्वारा पूरे नहीं किए.
देवनानी ने कहा कि सरकार हमारी पूर्व की सरकार में किए गए कार्यो का शिलान्यास कर रही है और वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है. आबूरोड़ नगर पालिका अध्यक्ष को लेकर रविवार को चुनाव होना है, भाजपा को बहुमत प्राप्त है, भाजपा अपने मतों के साथ निर्दलीय के वोट भी प्राप्त करेगी. उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस को उनके 11 वोट मिलेंगे या नहीं इसमें भी संदेह बना हुआ है.
सरकार निकम्मी, नकारा और भ्रष्टतम
उन्होंने कहा कि सरकार ने 2 वर्षों में तीन क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए हैं. जिनमें पहला मोदी जी को सौ बार गालियां देकर गांधी परिवार में अपने नंबर बढ़ाये. दूसरा 32 दिनों तक सरकार बाड़ेबंदी में रही व तीसरा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएमओ बैठकर पिछले 7 महीने से सरकार चला रहे हैं. बाकी जनता से जुड़े मुद्दों पर यह सरकार निकम्मी नकारा और भ्रष्टतम सरकार रही. यह सरकार आपसी अंतर्कलह से जूझ रही है जो 1 साल तो सरकार बनाने में लग गए और 1 साल इसे बचाने में लगे रहे.
पेट्रोल-डीजल के भाव पड़ोसी राज्यों से ज्यादा
देवनानी ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर भी प्रदेश सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि पेट्रोल के राजस्थान में भाव अपने पड़ोसी राज्यों से ज्यादा हैं. बिजली के बिल प्रति यूनिट सर्वाधिक रेट राजस्थान में है. अपराधों में राजस्थान नंबर एक पर है, राजधानी जयपुर में अपराध मुंबई, दिल्ली से भी ज्यादा हो गए हैं. उन्होंने कहा कि झूठ बोलने में यह सरकार नंबर एक है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि 79 हजार लोगों को नियुक्त दी गई. जबकि इस सरकार में एक भी नियुक्ति नहीं की गई है.
देवनानी ने कहा कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने सिरोही जिले के पांच जीएसएस का शिलान्यास किया, जबकि 5 जीएसएस पूर्व में ही हमारी सरकार में बने हुए हैं. जिसका सरकार शिलान्यास कर वाहवाही लूट रहे हैं. सरकार ने बेरोजगारों को ठगा है. 35 हजार पदों को समाप्त किया है. बजट घोषणा में कंप्यूटर शिक्षा के लिए पद सृजन की घोषणा की थी वापस बजट आने वाला है अभी तक पद सृजन नहीं हुए.
गहलोत के दिल्ली दौरे पर क्या कहा
वही अशोक गहलोत के दिल्ली दौरे पर देवनानी ने कहा कि यह उनका आंतरिक मामला है. वैसे तो अशोक गहलोत 7 महीने तक सीएमओ में बंद रहे पर बड़े घर से बुलावा आया तो तुंरत उड़ कर चले गए. 23 विधायकों के विरोध के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने उनको बुलाया है. दिल्ली जाना नहीं चाहते और मुख्यमंत्री पद छोड़ना नहीं चाहते, केंद्रीय नेतृत्व के कमजोर होने पर सरकार की स्थिति अस्थिर होने जैसे है. कांग्रेस एक डूबने वाला जहाज है जो आज नहीं तो कल डूबेगा.