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महात्मा गांधी के उपदेशों को अपने जीवन में उतारेंः भंवरसिंह भाटी

सिरोही में राजकीय महिला महाविद्यालय हॉल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंति के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में सिरोही जिले के प्रभारी मंत्री भंवरसिंह भाटी भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के उपदेशों को जीवन में उतारकर हम अपने व्यक्तित्व को समाजोन्मुखी और उपयोगी दशा और दिशा दे सकते हैं.

मंत्री भंवरसिंह भाटी, sirohi news
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Published : Oct 5, 2019, 9:29 PM IST

सिरोही. राजस्थान के उच्च शिक्षा एवं सिरोही जिले के प्रभारी मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि महात्मा गांधी के उपदेशों को जीवन में उतारकर हम अपने व्यक्तित्व को समाजोन्मुखी और उपयोगी दशा और दिशा दे सकते हैं. उन्होंने शनिवार को राजकीय महिला महाविद्यालय हॉल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंति के उपलक्ष्य में आयोजित स्वच्छता दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह बात कही.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारत वर्ष के वे रत्न थे, जिनके जीवन को सीखने, समझने और आत्मसात करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि उनके जीवन के सिद्धांतों और उपदेशों को यदि हम अपना लें तो जीवन धन्य हो जाएगा और देश का नवनिर्माण होगा.

'महात्मा गांधी के उपदेशों को जीवन में अपनाए'

साथ ही उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी आज भी विश्व पटल पर शांति और अंहिसा के प्रतीक के तौर पर जाने जाते हैं, क्योकि उन्होंने अंहिसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. महात्मा गांधी ने खुद अपने बारे में कहा कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है. उन्होंने सभी समाजों में एकता स्थापित कर एक मिशाल कायम की और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई.

पढ़ें- महात्मा गांधी अगर आज जिंदा होते तो संघ के सदस्य होते : वासुदेव देवनानी

उन्होंने यह भी कहा कि देश के लिए कई छोटे-छोटे आंदोलनों को कर कई अहम विकासोन्मुखी कार्यों को किया है. उन्होंने हर कार्य को पूजा के रूप में करने के लिए कहा और कर्म के ही पूजा कहा. उन्होंने स्वच्छता के उपर बोलते हुए कहा कि हम सभी आज घर, आफिस, समाज को स्वच्छ बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंति पर राज्य व जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए सिरोही जिला स्तर पर 25 किलोमीटर की दांडी यात्रा की सराहना की.

सिरोही. राजस्थान के उच्च शिक्षा एवं सिरोही जिले के प्रभारी मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि महात्मा गांधी के उपदेशों को जीवन में उतारकर हम अपने व्यक्तित्व को समाजोन्मुखी और उपयोगी दशा और दिशा दे सकते हैं. उन्होंने शनिवार को राजकीय महिला महाविद्यालय हॉल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंति के उपलक्ष्य में आयोजित स्वच्छता दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह बात कही.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारत वर्ष के वे रत्न थे, जिनके जीवन को सीखने, समझने और आत्मसात करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि उनके जीवन के सिद्धांतों और उपदेशों को यदि हम अपना लें तो जीवन धन्य हो जाएगा और देश का नवनिर्माण होगा.

'महात्मा गांधी के उपदेशों को जीवन में अपनाए'

साथ ही उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी आज भी विश्व पटल पर शांति और अंहिसा के प्रतीक के तौर पर जाने जाते हैं, क्योकि उन्होंने अंहिसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. महात्मा गांधी ने खुद अपने बारे में कहा कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है. उन्होंने सभी समाजों में एकता स्थापित कर एक मिशाल कायम की और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई.

पढ़ें- महात्मा गांधी अगर आज जिंदा होते तो संघ के सदस्य होते : वासुदेव देवनानी

उन्होंने यह भी कहा कि देश के लिए कई छोटे-छोटे आंदोलनों को कर कई अहम विकासोन्मुखी कार्यों को किया है. उन्होंने हर कार्य को पूजा के रूप में करने के लिए कहा और कर्म के ही पूजा कहा. उन्होंने स्वच्छता के उपर बोलते हुए कहा कि हम सभी आज घर, आफिस, समाज को स्वच्छ बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंति पर राज्य व जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए सिरोही जिला स्तर पर 25 किलोमीटर की दांडी यात्रा की सराहना की.

Intro:महात्मा गांधी के उपदेशों को जीवन में उतारकर हम अपने व्यक्तित्व को समाजोन्मुखी और उपयोगी दशा और दिशा दे:- प्रभारी मंत्री
एंकर राजस्थान के उच्च शिक्षा एवं सिरोही जिले के प्रभारी मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि महात्मा गांधी के उपदेशों को जीवन में उतारकर हम अपने व्यक्तित्व को समाजोन्मुखी और उपयोगी दशा और दिशा दे सकते है। वे आज महिला महाविद्यालय हाॅल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयन्ती की 150 वीं जयंति के उपलक्ष्य में आयोजित स्वच्छता दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह बात कहीं। Body:उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारत वर्ष के वे रत्न थे, जिनके जीवन को सीखने , समझने और आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उनके जीवन के सिद्धांतों व उपदेशों को यदि हम अपना लें तो जीवन धन्य हो जाएगा और देश का नवनिर्माण होगा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी आज भी विश्व पटल पर शांति और अंहिसा के प्रतीक के तौर पर जाने जाते है क्योकि उन्होंने अंहिसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी दिखाने में अहम भूमिका निभाई थी। महात्मा गांधी ने खुद अपने बारे में कहा कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है। उन्होंने सभी समाजों में एकता स्थापित कर एक मिशाल कायम की और देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि देश के लिए कई छोटे -छोटे आंदोलनों को कर कई अहम विकासोन्मुख कार्यो को किया है। उन्होंने हर कार्य को पूजा के रूप में करने के लिए कहा तथा कर्म के ही पूजा कहा। उन्होंने स्वच्छता के उपर बोलते हुए कहा कि हम सभी आज घर, आफिस , समाज को स्वच्छ बनाने में हम अपनी अहम भूमिका निभाएंगे।Conclusion:उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयन्ती की 150 वीं जयंति पर राज्य व जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए सिरोही जिला स्तर पर 25 किलोमीटर की दांडी यात्रा की सराहना की।

बाइट भंवरसिंह भाटी , प्रभारी मंत्री सिरोही
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