सिरोही. आज विश्व महिला दिवस पर ऐसी महिलाएं जो समाज के लिए प्रेरणा हैं उनकी चर्चा जरूरी होनी चाहिए. सिरोही जिले में आबूरोड़ की रहने वाली संगीता अग्रवाल ऐसी ही महिलाओं में से एक हैं, जो समाज के लिए प्रेरणादायक हैं.
संगीता अग्रवाल आज से 5 साल पहले एक ग्रहणी हुआ करती थीं. लेकिन जीवन में कई उतार-चढ़ाव के बाद स्थिरता और हर परिस्थिति का सामना करने के लिए मन की शांति और सकून आवश्यक होता है. 2015 में आर्ट ऑफ लिविंग से प्रभावित होकर संगीता अग्रवाल ने योग साधना सीखी.
बता दें कि अब वह आबूरोड़ शहर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में योगा सिखाने के लिए क्लास लगा रही हैं. 5 वर्ष पूर्व वह इस काम में अकेली थी लेकिन अब सैकड़ों लोग मिलकर समाज सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं और योग के लिए किस प्रकार से मन की शांति को लाया जा सके, उसे लेकर हैप्पीनेस क्लास लगा रहे हैं.
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समाज सेविका संगीता अग्रवाल योग ही नहीं आदिवासी क्षेत्र में जाकर स्कूलों में बच्चों के लिए कई कार्य कर रही हैं. जिनमें शारीरिक दक्षता के लिए व्यायाम करवाना, बच्चों को कपड़े सहित अन्य पढ़ाई के लिए उपयोग में आने वाली वस्तुओं को वितरित करने के साथ इन क्षेत्रों में सफाई को लेकर भी संगीता अग्रवाल जागरूकता अभियान चला रही हैं. अपने ही घर को संगीता अग्रवाल ने शिविर रूम बना रखा है. जहां वे निशुल्क हर रोज सुबह हैप्पीनेस क्लास लगाती हैं.