सिरोही. जिले के आबूरोड नगर पालिका चुनावों में मतदान के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने पालिका सदस्य की बाड़ेबंदी की हुई है. बताया जा रहा है कि भाजपा ने एक जगह बाड़ेबंदी की, जबकि कांग्रेस की बाड़ेबंदी तीन जगह होने की जानकारी है. वहीं कांग्रेस की बाड़ेबंदी में शनिवार को गुटबाजी और फुट देखने को मिली है. इस बीच एक रिसॉर्ट में ठहरे कांग्रेसी प्रत्याशी रिसॉर्ट से निकल गए, जिन्हें स्थानीय नेताओं ने बीच रास्ते में समझाकर मनाकर एक जगह शिफ्ट किया है.
आबूरोड नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस में गुटबाजी देखने को मिली है. अब चुनाव के बाद भी गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. चुनाव के बाद 40 प्रत्याशियों की बाड़ेबन्दी की गई है. बाड़ेबन्दी पहले तो एक ही जगह होने की सूचना थी, लेकिन प्रत्याशियों के धड़े में गुटबाजी देखने को मिली और तीन जगह पार्टी के प्रत्याशियों के बाड़ेबन्दी की गई है. इनमें दो रिसॉर्ट अम्बाजी रोड पर एक आबूरोड के रीको स्थित एक रिसॉर्ट में की गई है.
प्रत्याशियों की हुई अलग-अलग बाड़ेबन्दी के बाद शनिवार को एक रिसॉर्ट में रुके नरगिस कायमखानी, शमशाद अली, निरंजन सिंह, लाजवंती परवाणी, प्रतिमा मिश्रा, कीर्ति कच्छवाहा सहित अन्य प्रत्याशी रिसॉर्ट से निकल गए. जिन्हें बीच रास्ते में कांग्रेस प्रत्याशी और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने समझाइश कर एक ही जगह रुकवाया है. चुनावी परिणाम से पहले कांग्रेस में इस तरीके की गुटबाजी परिणाम के बाद परेशानी का सबब बन सकती है.
बड़े नेताओं ने बाड़ेबंदी से किया किनारा
एक तरफ जंहा भाजपा की ओर से पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने बाड़ेबन्दी की कमान संभाल रखी है, तो कांग्रेस में बाड़ेबन्दी के दौरान बड़ें नेता नदारद रहे. कांग्रेस के चुनाव प्रभारी, राज्यसभा सांसद नीरज डांगी, कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले सिरोही विधायक संयम लोढ़ा, निवर्तमान जिलाध्यक्ष, सहित कोई भी पदाधिकारी मौजूद नहीं रहे. ऐसे में स्थानीय स्तर के नेताओं के भरोसे बाड़ेबन्दी कब तक एकजुट रह पाती है यह देखने वाली बात होगी.