सिरोही. जिले में कौओं की असामान्य मृत्यु और कुक्कुट में एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस संभावित संक्रमण की संर्विलेंस और रोकथाम के संबंध में जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने अधिकारियों के साथ चर्चा की. बैठक कलक्ट्रेट कक्ष में आयोजित की गई.
जिला कलक्टर ने उप वन संरक्षक, आयुक्त नगर परिषद और नगर पालिकाओं को उनके क्षेत्र में पक्षियों के अचानक मृत्यु की और क्षेत्र में उपलब्ध जलाश्यों की निरन्तर निगरानी किये जाने के निर्देश दिए. साथ ही किसी भी क्षेत्र में पक्षियों में अचानक होने वाली मृत्यु की सूचना पशुपालन विभाग और वन विभाग को सूचित किये जाने के लिए निर्देश दिए. पक्षियों की किसी भी क्षेत्र में होने वाली अचानक मृत्यु के बारे में कानून व्यवस्था हेतु उपखण्ड अधिकारी को अविलम्ब सूचना दिये जाने हेतु निर्देशित किया गया.
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जन सामान्य में अनावश्यक भय व्याप्त ना हो एवं पोल्ट्री उत्पाद का निर्भय होकर उपयोग करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि पोल्ट्री उद्योग को होने वाले आर्थिक नुकसान को रोका जा सके. पशुपालन विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों ने 4 से 7 जनवरी तक सिरोही में पक्षियों में अचानक हुई मृत्यु की रिपोर्ट प्रस्तुत की. जिसमें 6 कौए (अलग-अलग स्थानों से मृत मिले जिनकी मौत प्राकृतिक रूप होना पाया गया), 1 कोयल, 1 बुलबुल कुल 8 में से 6 कौए का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया एवं 1 कोयल, 1 बुलबुल के 7 जनवरी को सैम्पल्स हाई सिक्योरिटी लेब भोपाल को भिजवाये गये. सैम्पल्स की रिपोर्ट लम्बित है.
वर्तमान में पक्षियों की होने वाली अचानक मृत्यु पर निगरानी रखी जा रही है. सिरोही जिले में पक्षियों में संभावित बर्ड फ्लू संक्रामक (जुनोटिक) रोग प्रकोप के प्रभावी नियंत्रण हेतु जिला मुख्यालय पर बहुउद्वेशीय पशु चिकित्सालय सिरोही एवं प्रत्येक तहसील स्तर पर तत्काल प्रभाव से नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है.