सिरोही. पूर्व ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने कुछ दिन पहले ही तलहटी स्थित प्रेम निवास और आत्म दर्शन भवन उपलब्ध कराया था. जिसमें करोना मरीजों का इलाज चल रहा था. 235 बेड वाले इन दोनों भवनों में इलाज चल रहा था. लेकिन संख्या ज्यादा होने के कारण ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने पहल करते हुए किवरली स्थित मानसरोवर आईसोलेसन केन्द्र को प्रशासन को मुहैय्या कराई है.
अब करोना मरीजों का इलाज यहां शुरू हो जायेगा. जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद, माउण्ट आबू उपखण्ड अधिकारी अभिषेक सुराणा तथा आबू रोड तहसीलदार को इसकी जानकारी दी है. इस भवन में सभी सुविधायें उपलब्ध हैं. फरवरी में करोना मरीजों से हुआ था मुक्त: पिछले वर्ष जब करोना की केस तेजी से बढऩे प्रारम्भ हुए थे. तब ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने इसे करोना मरीजों के इलाज के लिए दिया था. जिसमें तकरीबन 11 महीने तक इसमें करोना मरीजों का इलाज चला और फरवरी में यह करोना मुक्त हो गया था.
ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने रंगरोगन कर योग साधना का कार्यक्रम प्रारम्भ कर दिया था परन्तु दो महीने बाद ही करोना के केस तेजी से बढऩे के कारण ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने इसे प्रशासन को दिया है.
99 प्रतिशत रहा था रिकवरी रेट:
पिछले वर्ष करोना काल में यहां पर करोना मरीजोंं का रिकार्ड 99.2 प्रतिशत रिकवरी रेट रहा है. मेडिटेशन और अध्यात्म का माहौल इस मानसरोवर में आईसोलेसन सेंन्टर में मेडिसीन के साथ मेडिटेशन और अध्यात्म के लिए भी प्रेरित करता है. सकारात्मक माहौल के कारण मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं