सिरोही. जिले के रिहायशी इलाकों में लगातार वन्यजीवों की आवाजाही देखी जा रही है. गुरुवार को एक भालू नक्कीलेक के आर्य मंदिर में दिखाई दिया. भालू भोजन की तलाश में जंगलों से शहरी क्षेत्रों में आ रहे हैं. वहीं बुधवार को भी एक भालू निर्माधाधीन सरकारी इमारत में देखा गया था. जिसके बाद से स्थानीय लोग दहशत में हैं.
जिले के माउंटआबू में इस वक्त कोहरा छाया हुआ है. जिसके चलते भालू दिखाई भी नहीं देते हैं. ऐसे में इंसानों पर वन्यजीवों के हमले का खतरा बना हुआ है. लगातार वन्य क्षेत्र घट रहे हैं. जिसके चलते भालू और दूसरे जीव रिहायशी इलाकों में आ रहे हैं. एक सप्ताह पहले भी एक पैंथर ने गाय पर हमला कर दिया और चट्टान पर जाकर बैठ गया था. लोग घरों से बाहर निकलने में अब कतराने लगे हैं.
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कोरोना के बाद लगे लॉकडाउन में भी वन्यजीव सड़कों पर, मॉल्स में दिखाई दे रहे थे. इसके पीछे एक वजह माहौल में चेंज को भी बताया गया. जहां एक तरफ इंसान खुद को क्वॉरेंटाइन कर रहा है. ज्यादा बाहर नहीं निकल रहा है तो वहीं वन्यजीव बाहर निकल रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में सड़कों पर हिरण, भालू, पैंथर, खरगोश निकल रहे हैं. जिसके बाद एक नई डिबेट शुरू हो गई है कि क्या आधुनिक जीवनशैली और दुनिया भर के विकास के मॉडल प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.