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खेल-खेल में बिल्ली का बच्चा समझ घर ले आए पैंथर का शावक, जब पता चला तो रह गए भौंचक्के - PANTHER

सीकर जिले के नीमका थाना क्षेत्र में कुछ युवक पाटन के पहाड़ों मे घूमने गए थे. इस दौरान युवकों को पैंथर का मादा शावक मिला, जिसको बिल्ली का बच्चा समझ वे घर ले आए. बाद में जब घरवालों को पता चला तो इसकी सूचना वन अधिकारियों को दी गई. अधिकारियों ने शावक को जयपुर चिड़िया घर भिजवा दिया.

बारिश के कारण मां से बिछड़ गई मादा शावक
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Published : Jul 27, 2019, 5:37 PM IST

नीमकाथाना (सीकर). पाटन के पहाड़ों मे घूमने गए युवकों को पैंथर का मादा शावक मिला. जिसको दोनों बिल्ली के बच्चा समझ बैठे और उसके साथ खेलते हुए उसे घर ले आए. ग्रामीणों ने पैंथर का शावक होने की जानकारी पर वन अधिकारियों को सूचना दी जिस पर वन विभाग की टीम ने पैंथर को उठाकर जयपुर चिड़ियाघर भेज दिया.

यह भी पढ़ें: 3 दिन पहले जीण माता धाम में इस तरह बहा पानी, पुराना VIDEO वायरल कर लोग

दरअसल, नीमकाथाना के पाटन वन क्षेत्र मे पहाड़ों मे घूमने निकले दो युवक पैंथर के शावक को बिल्ली का बच्चा समझ उठा लाए. पैंथर के शावक का जन्म दो-तीन दिन पहले होना बताया जा रहा है. गांव के सरीफ और तैयब बारिश के बाद पहाड़ों मे गए थे. रेंज ऑफिस के पीछे की पहाड़ी में दोनों को पैंथर का मादा शावक मिला. जिसके साथ दोनों खेलते रहे. बाद मे दोनों शावक को घर ले आए. लोगों ने युवकों की गोद मे पैंथर का शावक देखा तो वन अधिकारियों को सूचना दी.

बारिश के कारण मां से बिछड़ गई मादा शावक

नीमकाथाना रेंजर देवेंद्र सिंह राठौड़ वन कार्मिकों की टीम के साथ पहुंचे. शावक को रेस्क्यू कर रेंज ऑफिस लाया गया. पैंथर का शावक तेज बारिश के कारण जन्म लेने के बाद मां से बिछड़ गया. दूध नहीं मिलने और बारिश से वह काफी कमजोर हो गया था. वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. शावक को बकरी का दूध दिया गया. जिसके बाद उसे जयपुर चिड़ियाघर भेजा गया.

नीमकाथाना (सीकर). पाटन के पहाड़ों मे घूमने गए युवकों को पैंथर का मादा शावक मिला. जिसको दोनों बिल्ली के बच्चा समझ बैठे और उसके साथ खेलते हुए उसे घर ले आए. ग्रामीणों ने पैंथर का शावक होने की जानकारी पर वन अधिकारियों को सूचना दी जिस पर वन विभाग की टीम ने पैंथर को उठाकर जयपुर चिड़ियाघर भेज दिया.

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दरअसल, नीमकाथाना के पाटन वन क्षेत्र मे पहाड़ों मे घूमने निकले दो युवक पैंथर के शावक को बिल्ली का बच्चा समझ उठा लाए. पैंथर के शावक का जन्म दो-तीन दिन पहले होना बताया जा रहा है. गांव के सरीफ और तैयब बारिश के बाद पहाड़ों मे गए थे. रेंज ऑफिस के पीछे की पहाड़ी में दोनों को पैंथर का मादा शावक मिला. जिसके साथ दोनों खेलते रहे. बाद मे दोनों शावक को घर ले आए. लोगों ने युवकों की गोद मे पैंथर का शावक देखा तो वन अधिकारियों को सूचना दी.

बारिश के कारण मां से बिछड़ गई मादा शावक

नीमकाथाना रेंजर देवेंद्र सिंह राठौड़ वन कार्मिकों की टीम के साथ पहुंचे. शावक को रेस्क्यू कर रेंज ऑफिस लाया गया. पैंथर का शावक तेज बारिश के कारण जन्म लेने के बाद मां से बिछड़ गया. दूध नहीं मिलने और बारिश से वह काफी कमजोर हो गया था. वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. शावक को बकरी का दूध दिया गया. जिसके बाद उसे जयपुर चिड़ियाघर भेजा गया.

Intro:नीमकाथाना(सीकर)
पाटन के पहाड़ों मे घूमने गए युवकों को पैंथर का मादा शावक मिला. जिसको दोनों घर ले आए. पैंथर का शावक होने की जानकारी पर वन अधिकारियों को सूचना दी गई. जिसको रेस्क्यू कर जयपुर चिड़ियाघर भेजा गया.Body:
नीमकाथाना के पाटन वन क्षेत्र मे पहाड़ों मे घूमने निकले दो युवक पैंथर के शावक को बिल्ली का बच्चा समझ उठा लाये. पैंथर के शावक का जन्म दो-तीन दिन पहले होना बताया जा रहा है. गांव के सरीफ व तैयब बारिश के बाद पहाड़ों मे गए थे। रेंज आँफिस के पीछे की पहाड़ी मे दोनों को पैंथर का मादा शावक मिला. जिसके साथ दोनों खेलते रहे. बाद मे दोनों शावक को घर ले आए. लोगों ने युवकों की गोद मे पैंथर का शावक देखा तो वन अधिकारियों को सूचना दी. नीमकाथाना रेंजर देवेंद्र सिंह राठौड़ वन कार्मिकों की टीम के साथ पहुंचे. शावक को रेस्क्यू कर रेंज आँफिस लाया गया. पैंथर का शावक तेज बारिश के कारण जन्म लेने के बाद मां से बिछड़ गया. दूध नहीं मिलने व बारिश वह काफी कमजोर हो गया. वह खड़ा भी नहीं हो रहा था. शावक को बकरी का दूध दिया गया. जिसके बाद उसे जयपुर चिड़ियाघर भेजा गया.Conclusion:पाटन के पहाड़ों मे घूमने गए युवकों को पैंथर का मादा शावक मिला. जिसको दोनों घर ले आए. पैंथर का शावक होने की जानकारी पर वन अधिकारियों को सूचना दी गई.

बाइट- नीमकाथाना रेंजर देवेंद्र सिंह राठौड़
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