खण्डेला (सीकर). ग्राम पंचायत जाजोद में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय के एक अध्यापक की लापरवाही सामने आई हैं. जानकारी के अनुसार विद्यालय के अध्यापक और स्काउट कैंप प्रभारी मनोज कुमार शर्मा विद्यालय के स्काउट के छात्रों को लेकर पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के लिए सुंदरदास बामरड़ा लेकर गए थे. वहां पर अध्यापक स्काउट के विद्यार्थियों को अकेले ही छोड़कर किसी को बिना बताए घर पर आ गए थे. इसके बाद उन्होंने अपना फोन भी बंद कर लिया था.
वहीं इसी बीच शिविर में खेलते समय कक्षा 6 के स्काउट के एक छात्र रोहिताश अंकुर खेलते समय गिर जाने से चोटिल हो गया था. जिससे उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया था. इसके बाद वहां मौजूद विद्यार्थियों ने घायल छात्र को उठाकर कैंप में पहुंचाया. साथ ही टीम प्रभारी मनोज शर्मा की उपस्थित नहीं होने के कारण विद्यार्थियों ने शिविर के आयोजकों को इसकी जानकारी दी. उसके बाद आयोजकों की ओर से स्काउट कैंप प्रभारी को सूचना दी गई.
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बताया जा रहा है कि सूचना के दूसरे दिन टीम प्रभारी सुंदरदास बामरड़ा पहुंचकर छात्र अंकुर को घर पहुंचाया. इसके बाद रोहिताश ने अपने घर वालों को मामले की पूरी जानकारी दी. जिसके बाद परिजन घायल छात्र को लेकर स्कूल पहुंचे और अध्यापक मनोज शर्मा से मामले की जानकारी मांगी. लेकिन अध्यापक ने परिजनों और ग्रामीणों को मामले की जानकारी देने से साफ-साफ मना कर दिया.
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इस घटना के बारे में प्रशिक्षण शिविर में गए विद्यार्थियों ने बताया कि मनोज सर हमें छोड़कर घर चले गए थे और उसके बाद दूसरे दिन वापस आए. वहीं मामले को लेकर जब टीम प्रभारी मनोज शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं शिविर में ही उपस्थित था. बच्चा खेलते समय गिर गया था. उसी दौरान उसे चोट लगी थी.