सीकर. राजस्थानी कॉमेडी की बात की जाए तो भवानी पारीक और उनकी 7 साल की भतीजी चीकू किसी परिचय की मोहताज नहीं है. चीकू को तो धाकड़ छोरी के नाम से ही जाना जाता है और जिस तरह का नाम रखा है. वह उसी तरह से धाकड़ भी है. उसके बोलने का तरीका और कॉमेडी की स्टाइल बिल्कुल अलग है. बता दें कि इनके यूट्यूब चैनल पर साढ़े आठ लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं. मूल रूप से रतनगढ़ तहसील के गोगासर गांव में चीकू रहती है. वह सीकर में अपने ननिहाल आई हुई थी. जहां पर ईटीवी भारत ने चीकू और चाचा भवानी पारीक से विशेष बातचीत की.
4 साल से रही कॉमेडी
चीकू ने 4 साल की उम्र से चाचा के साथ वीडियो में काम करना शुरू कर दिया और आज तो वह बड़े-बड़े कलाकारों को मात देती है. चाचा भवानी पारीक बताते हैं कि उसे सबकुछ गॉड गिफ्टेड है. 4 साल की उम्र में ही वह कैमरे के सामने एक्टिंग करने लगी थी.
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गांव में ही बना रखा है स्टूडियो
भवानी पारीक ने अपने गांव गोगासर में ही खुद का स्टूडियो बना रखा है और आए दिन यह छोटी-छोटी कॉमेडी फिल्म रिलीज करते हैं. पिछले 4 साल में ही इन्होंने कॉमेडी में यह मुकाम हासिल किया है और आज साढ़े आठ लाख सब्सक्राइबर बन गए हैं. गोगासर गांव में हर घर में कलाकार हैं. वहां कई लोग कॉमेडी करते हैं काफी लोग इनके साथ भी जुड़े हुए हैं इसके अलावा कुछ कलाकार अलग भी काम करते हैं.