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सीकर सांसद का 1 साल: नहरी पानी और मेडिकल कॉलेज शुरू करने से लेकर कई बड़े प्रोजेक्ट अधूरे, सिर्फ लंबी दूरी की ट्रेनें मिली

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Published : Jun 1, 2020, 3:07 PM IST

Updated : Jun 1, 2020, 3:46 PM IST

सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती का दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा हो गया है. सांसद ने अपने कार्यकाल के दौरान सीकर के विकास के लिए कई बड़ी घोषणाएं की थी. जिसके तहत कई प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू तो हुआ लेकिन सारे कार्य आधे-अधूरे अटके हैं.

सीकर न्यूज, Rajasthan news
सीकर में कई बड़े प्रोजेक्ट अधूरे

सीकर. केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का 1 साल पूरा हो गया है. इसके साथ ही सीकर के सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती के दूसरे कार्यकाल का भी एक साल पूरा हुआ है. दूसरी बार सीकर से सांसद चुने गए स्वामी सुमेधानंद सरस्वती अपने पिछले 5 साल के कार्यकाल में कई बड़ी घोषणाओं के साथ चर्चा में रहे. सीकर के लिए उन्होंने कई बड़ी घोषणाए की थी, इन वादों की हकीकत क्या रही ये जिले की जनता बता रही हैं.

सीकर सांसद का कार्यकाल पूरा, प्रोजेक्ट अधूरा

सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती के कार्यकाल को लेकर जनता की मिली जुली राय है. जिले की जनता एक तरफ सांसद द्वारा की गई घोषणाओं से बहुत खुश है कि जिले को इतने बड़े प्रोजेक्ट मिलेंगे. वहीं एक तबका ऐसा भी है, जो सांसद के वादों को पूरा ना होने पर खफा है और उनके कार्यकाल को फेल बता रहे हैं. सांसद ने सीकर के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट की घोषणा की थी. कुछ काम हुआ पर अधिकतर प्रोजेक्ट का काम अधूरा पड़ा है. वहीं लॉकडाउन के कारण भी उन कार्यों में बाधा आई.

सीकर सांसद का अपने कार्यकाल को लेकर क्या कहना है, जानें

सीकर सांसद की घोषणाएं और अब तक पूरे हुए प्रोजेक्ट के हाल पर एक नजर...

  1. यमुना का पानी: सीकर में पेयजल एक बड़ी समस्या है. जिले का काफी इलाका डार्क जोन में है. जिससे लोगों को पीने का पानी नहीं मिलता है. सांसद ने यमुना से पानी उपलब्ध करवाने की घोषणा की थी. सांसद का कहना है कि इसकी डीपीआर बनी है और काम धीरे-धीरे शुरू हो रहा है. केंद्र सरकार ने 17 सौ करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान किया है. अब राज्य सरकार को उसमें 40% हिस्सा देना है. हालांकि, अभी तक इस योजना पर कोई ज्यादा काम नहीं हुआ है और लोगों की यह आस आज भी अधूरी है, लेकिन सांसद का कहना है कि 5 साल में यह काम पूरा हो जाएगा.
  2. सीकर से दिल्ली के लिए नियमित ट्रेन: सीकर में ब्रॉड गेज लाइन का काम यूपीए सरकार के वक्त ही शुरू हो गया था, लेकिन काम काफी समय से लंबित पड़ा था. पिछले कार्यकाल में और इस बार चुनाव में सांसद ने इस मुद्दे पर खूब आवाज उठाई थी. चुनाव से पहले सांसद ने घोषणा की थी कि सीकर से दिल्ली के लिए नियमित ट्रेनें मिलेंगी. अभी तक सीकर को दिल्ली के लिए नियमित ट्रेन नहीं मिल पाई है. जिससे जनता खासा नाराज है. हालांकि, सांसद का कहना है कि कुछ लंबी दूरी की ट्रेनें मिली है. यह बात सही भी है कि सीकर को कुछ साप्ताहिक ट्रेनें सौगात में मिली हैं, जो लंबी दूरी की है.
  3. खेल सुविधाओं का विकास: सांसद ने चुनाव में वादा किया था कि खेल सुविधाओं का विकास होगा और गांव-गांव में ओपन जिम बनेंगे. इसको लेकर सांसद का कहना है कि जिला स्टेडियम के लिए चार करोड़ का बजट स्वीकृत करवाया है. जिससे कि इनडोर खेल मैदान बनेगा. हालांकि, इसका काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है. इसके साथ ही अभी तक केवल 9 गांव में ओपन जिम बन पाए हैं.
  4. मेडिकल कॉलेज: 2012 में प्रदेश की गहलोत सरकार ने सीकर में मेडिकल कॉलेज की घोषणा की थी, लेकिन उसके बाद एक बार यह कॉलेज चूरू शिफ्ट करने की बात हुई. जिसके बाद चुनाव के वक्त सांसद स्वामी सुमेधानंद ने वादा किया था कि मेडिकल कॉलेज सीकर में ही बनेगा. इसके बाद सीकर में मेडिकल कॉलेज का काम भी शुरू हुआ, लेकिन पिछले 6 साल से केवल काम ही चल रहा है. यह कॉलेज आज तक शुरू नहीं हो पाया है. इसको लेकर सांसद का कहना है कि एमसीआई का एक जांच का दौरा बाकी है. उन्होंने आग्रह किया है कि इस वक्त ऑनलाइन जांच करवाई जा सकती है. जिससे सीकर का मेडिकल कॉलेज शुरू हो सके.

यह भी पढ़ें. स्पेशल स्टोरी: लॉकडाउन में गांव के युवाओं ने बदल दी जोहड़ की सूरत, लाखों लीटर पानी का होगा संग्रहण

यूरेनियम को बता रहे हैं बड़ी उपलब्धि

सीकर के खंडेला में यूरेनियम शोध संस्थान बनाने की घोषणा हुई है. जिसकी लागत 3000 करोड़ है. सांसद का कहना है कि इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और यह उनकी बड़ी उपलब्धि है कि यहां पर इसे स्वीकृत कराए है. इसके अलावा कई अन्य कामों को लेकर सांसद का कहना है कि लॉकडाउन के कारण इन प्रोजक्टों में देरी हुई है, लेकिन अब जल्द शुरू करवाने के प्रयास करेंगे. स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने सारे प्रोजेक्ट को लेकर कहना है कि कुछ काम पूरे हुए हैं और कुछ में अभी वक्त लगेगा.

सीकर. केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का 1 साल पूरा हो गया है. इसके साथ ही सीकर के सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती के दूसरे कार्यकाल का भी एक साल पूरा हुआ है. दूसरी बार सीकर से सांसद चुने गए स्वामी सुमेधानंद सरस्वती अपने पिछले 5 साल के कार्यकाल में कई बड़ी घोषणाओं के साथ चर्चा में रहे. सीकर के लिए उन्होंने कई बड़ी घोषणाए की थी, इन वादों की हकीकत क्या रही ये जिले की जनता बता रही हैं.

सीकर सांसद का कार्यकाल पूरा, प्रोजेक्ट अधूरा

सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती के कार्यकाल को लेकर जनता की मिली जुली राय है. जिले की जनता एक तरफ सांसद द्वारा की गई घोषणाओं से बहुत खुश है कि जिले को इतने बड़े प्रोजेक्ट मिलेंगे. वहीं एक तबका ऐसा भी है, जो सांसद के वादों को पूरा ना होने पर खफा है और उनके कार्यकाल को फेल बता रहे हैं. सांसद ने सीकर के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट की घोषणा की थी. कुछ काम हुआ पर अधिकतर प्रोजेक्ट का काम अधूरा पड़ा है. वहीं लॉकडाउन के कारण भी उन कार्यों में बाधा आई.

सीकर सांसद का अपने कार्यकाल को लेकर क्या कहना है, जानें

सीकर सांसद की घोषणाएं और अब तक पूरे हुए प्रोजेक्ट के हाल पर एक नजर...

  1. यमुना का पानी: सीकर में पेयजल एक बड़ी समस्या है. जिले का काफी इलाका डार्क जोन में है. जिससे लोगों को पीने का पानी नहीं मिलता है. सांसद ने यमुना से पानी उपलब्ध करवाने की घोषणा की थी. सांसद का कहना है कि इसकी डीपीआर बनी है और काम धीरे-धीरे शुरू हो रहा है. केंद्र सरकार ने 17 सौ करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान किया है. अब राज्य सरकार को उसमें 40% हिस्सा देना है. हालांकि, अभी तक इस योजना पर कोई ज्यादा काम नहीं हुआ है और लोगों की यह आस आज भी अधूरी है, लेकिन सांसद का कहना है कि 5 साल में यह काम पूरा हो जाएगा.
  2. सीकर से दिल्ली के लिए नियमित ट्रेन: सीकर में ब्रॉड गेज लाइन का काम यूपीए सरकार के वक्त ही शुरू हो गया था, लेकिन काम काफी समय से लंबित पड़ा था. पिछले कार्यकाल में और इस बार चुनाव में सांसद ने इस मुद्दे पर खूब आवाज उठाई थी. चुनाव से पहले सांसद ने घोषणा की थी कि सीकर से दिल्ली के लिए नियमित ट्रेनें मिलेंगी. अभी तक सीकर को दिल्ली के लिए नियमित ट्रेन नहीं मिल पाई है. जिससे जनता खासा नाराज है. हालांकि, सांसद का कहना है कि कुछ लंबी दूरी की ट्रेनें मिली है. यह बात सही भी है कि सीकर को कुछ साप्ताहिक ट्रेनें सौगात में मिली हैं, जो लंबी दूरी की है.
  3. खेल सुविधाओं का विकास: सांसद ने चुनाव में वादा किया था कि खेल सुविधाओं का विकास होगा और गांव-गांव में ओपन जिम बनेंगे. इसको लेकर सांसद का कहना है कि जिला स्टेडियम के लिए चार करोड़ का बजट स्वीकृत करवाया है. जिससे कि इनडोर खेल मैदान बनेगा. हालांकि, इसका काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है. इसके साथ ही अभी तक केवल 9 गांव में ओपन जिम बन पाए हैं.
  4. मेडिकल कॉलेज: 2012 में प्रदेश की गहलोत सरकार ने सीकर में मेडिकल कॉलेज की घोषणा की थी, लेकिन उसके बाद एक बार यह कॉलेज चूरू शिफ्ट करने की बात हुई. जिसके बाद चुनाव के वक्त सांसद स्वामी सुमेधानंद ने वादा किया था कि मेडिकल कॉलेज सीकर में ही बनेगा. इसके बाद सीकर में मेडिकल कॉलेज का काम भी शुरू हुआ, लेकिन पिछले 6 साल से केवल काम ही चल रहा है. यह कॉलेज आज तक शुरू नहीं हो पाया है. इसको लेकर सांसद का कहना है कि एमसीआई का एक जांच का दौरा बाकी है. उन्होंने आग्रह किया है कि इस वक्त ऑनलाइन जांच करवाई जा सकती है. जिससे सीकर का मेडिकल कॉलेज शुरू हो सके.

यह भी पढ़ें. स्पेशल स्टोरी: लॉकडाउन में गांव के युवाओं ने बदल दी जोहड़ की सूरत, लाखों लीटर पानी का होगा संग्रहण

यूरेनियम को बता रहे हैं बड़ी उपलब्धि

सीकर के खंडेला में यूरेनियम शोध संस्थान बनाने की घोषणा हुई है. जिसकी लागत 3000 करोड़ है. सांसद का कहना है कि इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और यह उनकी बड़ी उपलब्धि है कि यहां पर इसे स्वीकृत कराए है. इसके अलावा कई अन्य कामों को लेकर सांसद का कहना है कि लॉकडाउन के कारण इन प्रोजक्टों में देरी हुई है, लेकिन अब जल्द शुरू करवाने के प्रयास करेंगे. स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने सारे प्रोजेक्ट को लेकर कहना है कि कुछ काम पूरे हुए हैं और कुछ में अभी वक्त लगेगा.

Last Updated : Jun 1, 2020, 3:46 PM IST
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