ETV Bharat / state

RAJASTHAN SEAT SCAN: फतेहपुर शेखावाटी विधानसभा सीट पर कांग्रेस 7, भाजपा को 1 बार मिली कामयाबी, जानें समीकरण - Rajasthan Hindi News

देश की आजादी के बाद 1952 में हुए पहले चुनाव में फतेहपुर शेखावाटी क्षेत्र लक्ष्मण विधानसभा के साथ था, लेकिन दूसरे विधानसभा चुनाव 1957 में इसे अलग विधानसभा क्षेत्र बना दिया गया. अब तक हुए 14 विधानसभा चुनाव में साथ में 7 बार कांग्रेस, जबकि एक-एक बार जनता दल, जनता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी, भाजपा और दो बार निर्दलीय प्रत्याशियों को विजय हासिल हुई है.

RAJASTHAN SEAT SCAN
RAJASTHAN SEAT SCAN
author img

By

Published : May 29, 2023, 10:35 AM IST

Updated : Nov 24, 2023, 5:43 PM IST

सीकर. जिले के फतेहपुर शेखावाटी अपनी पुरानी ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध है. यहां के पिछले 5 विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो साफ दिखाई दे रहा है कि अब यह कांग्रेस की परंपरागत सीट बन गई है. पिछले 30 सालों से भाजपा यहां अपना खाता नहीं खोल पा रही है. देश में आजादी के बाद 1952 में हुए पहले चुनाव में यह विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मण के साथ था. लेकिन दूसरे विधानसभा चुनाव 1957 में इसे अलग विधानसभा क्षेत्र बना दिया गया. अब तक हुए 14 विधानसभा चुनाव में साथ में 7 बार कांग्रेस, जबकि एक-एक बार जनता दल, जनता पार्टी , कम्युनिस्ट पार्टी, भाजपा और दो बार निर्दलीय प्रत्याशियों को विजय हासिल हुई है. कांग्रेस यहां से मुस्लिम प्रत्याशी को, तो भाजपा जाट और ब्राह्मण प्रत्याशियों को टिकट देने में प्राथमिकता देती है. अब तक सबसे अधिक 3 बार कांग्रेस के भंवरु खान विधायक बने. इस विधानसभा सीट में जाट-मुस्लिम मतदाताओं की बहुलता है. पिछले विधानसभा चुनाव में तीन बार के विधायक रहे भंवरु खान के भाई कांग्रेस प्रत्याशी हाकम अली और भाजपा प्रत्याशी सुनीता जाखड़ के बीच कांटे का मुकाबला हुआ, उसमें हाकम अली ने सुनीता को 860 मतों से हराया.

2018 विधानसभा चुनाव : साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरी थे, जिसमें सभी चेहरे नए थे. कांग्रेस से हाकम अली खान, भाजपा से सुनीता जाखड़, आम आदमी पार्टी से पतैयब मेहराब खान, कम्युनिस्ट पार्टी से आबिद हुसैन, बसपा से जरीना खान प्रमुख प्रत्याशी थी. इस विधानसभा क्षेत्र में 237505 मतदाता हैं, जिसमें से 124255 पुरुष और 113250 महिला मतदाता हैं.

अली-बली ने बिगाड़ा समीकरण : पिछले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस को अली मुबारक हो, हमें तो बजरंगबली चाहिए. इस नारे के बाद मुस्लिम मतदाताओं ने 4 मुस्लिम प्रत्याशियों को दरकिनार करते हुए कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा मतदान किया. इसके कारण कांग्रेस को विजय हासिल हुई.

भाई के अधूरे सपने किये पूरे : कांग्रेस के वर्तमान विधायक हाकम अली खान का कहना हैं कि 3 बार विधायक रहे उनके भाई भंवरु खान के कुछ सपने अधूरे रह गए थे, जिन्हें उन्होंने पूरा किया है. इलाके में सरकारी कॉलेज की मांग वर्षो से लंबित को पूरा करने के साथ ही शिक्षा, चिकित्सा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है. साथ ही क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया गया है. इसके अलावा सीवरेज-मीठे पानी का कार्यों को भी पूर्ण करवाया है.

पढ़ें : RAJASTHAN SEAT SCAN: दूदू में निर्दलीय नागर की फिर होगी जय-जयकार या गढ़ में लगेगी सेंध, पासा पलटा तो बिगड़ सकता है खेल

आगामी चुनाव का विजन : विधायक का कहना हैं कि उन्होंने अपने कार्यकाल में 50 से अधिक स्कूलों को क्रमोन्नत करवाया है उनके लिए कमरे बनाना उप जिला अस्पताल का भवन बनाना नगर परिषद का भवन बनाना क्षेत्र में और अधिक सड़कों का जाल बिछाना का काम मैं करुंगा.

भाजपा में के कई दावेदार : भाजपा से जुड़े कार्यकर्ताओं का कहना हैं कि जनता में विधायक के प्रति नाराज बताई जा रही है. भाजपा से जुड़े सूत्र कहते हैं कि अब हिंदुत्व के मुद्दे को अधिक धारदार बनाया जाएगा. चुनावी विशेषज्ञों का कहना हैं कि अगर भाजपा और कांग्रेस में आमने-सामने की टक्कर होती है तो चुनाव पिछली बार की तरह इस बार भी मुकाबला कांटे का रहेगा. भाजपा से सुनीता जाखड़ के अलावा मधुसूदन भिंडा पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया, महावीर कटारिया, विकास भास्कर, गोवर्धन रुकनसर, जगदीश प्रमुख उम्मीदवार की रेस में हैं.

पढ़ें : RAJASTHAN SEAT SCAN: भरतपुर शहर में वैश्य प्रत्याशियों का दबदबा, जाट-वैश्य मतदाताओं का गठजोड़ करता है फैसला

सीकर. जिले के फतेहपुर शेखावाटी अपनी पुरानी ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध है. यहां के पिछले 5 विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो साफ दिखाई दे रहा है कि अब यह कांग्रेस की परंपरागत सीट बन गई है. पिछले 30 सालों से भाजपा यहां अपना खाता नहीं खोल पा रही है. देश में आजादी के बाद 1952 में हुए पहले चुनाव में यह विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मण के साथ था. लेकिन दूसरे विधानसभा चुनाव 1957 में इसे अलग विधानसभा क्षेत्र बना दिया गया. अब तक हुए 14 विधानसभा चुनाव में साथ में 7 बार कांग्रेस, जबकि एक-एक बार जनता दल, जनता पार्टी , कम्युनिस्ट पार्टी, भाजपा और दो बार निर्दलीय प्रत्याशियों को विजय हासिल हुई है. कांग्रेस यहां से मुस्लिम प्रत्याशी को, तो भाजपा जाट और ब्राह्मण प्रत्याशियों को टिकट देने में प्राथमिकता देती है. अब तक सबसे अधिक 3 बार कांग्रेस के भंवरु खान विधायक बने. इस विधानसभा सीट में जाट-मुस्लिम मतदाताओं की बहुलता है. पिछले विधानसभा चुनाव में तीन बार के विधायक रहे भंवरु खान के भाई कांग्रेस प्रत्याशी हाकम अली और भाजपा प्रत्याशी सुनीता जाखड़ के बीच कांटे का मुकाबला हुआ, उसमें हाकम अली ने सुनीता को 860 मतों से हराया.

2018 विधानसभा चुनाव : साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरी थे, जिसमें सभी चेहरे नए थे. कांग्रेस से हाकम अली खान, भाजपा से सुनीता जाखड़, आम आदमी पार्टी से पतैयब मेहराब खान, कम्युनिस्ट पार्टी से आबिद हुसैन, बसपा से जरीना खान प्रमुख प्रत्याशी थी. इस विधानसभा क्षेत्र में 237505 मतदाता हैं, जिसमें से 124255 पुरुष और 113250 महिला मतदाता हैं.

अली-बली ने बिगाड़ा समीकरण : पिछले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस को अली मुबारक हो, हमें तो बजरंगबली चाहिए. इस नारे के बाद मुस्लिम मतदाताओं ने 4 मुस्लिम प्रत्याशियों को दरकिनार करते हुए कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा मतदान किया. इसके कारण कांग्रेस को विजय हासिल हुई.

भाई के अधूरे सपने किये पूरे : कांग्रेस के वर्तमान विधायक हाकम अली खान का कहना हैं कि 3 बार विधायक रहे उनके भाई भंवरु खान के कुछ सपने अधूरे रह गए थे, जिन्हें उन्होंने पूरा किया है. इलाके में सरकारी कॉलेज की मांग वर्षो से लंबित को पूरा करने के साथ ही शिक्षा, चिकित्सा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है. साथ ही क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया गया है. इसके अलावा सीवरेज-मीठे पानी का कार्यों को भी पूर्ण करवाया है.

पढ़ें : RAJASTHAN SEAT SCAN: दूदू में निर्दलीय नागर की फिर होगी जय-जयकार या गढ़ में लगेगी सेंध, पासा पलटा तो बिगड़ सकता है खेल

आगामी चुनाव का विजन : विधायक का कहना हैं कि उन्होंने अपने कार्यकाल में 50 से अधिक स्कूलों को क्रमोन्नत करवाया है उनके लिए कमरे बनाना उप जिला अस्पताल का भवन बनाना नगर परिषद का भवन बनाना क्षेत्र में और अधिक सड़कों का जाल बिछाना का काम मैं करुंगा.

भाजपा में के कई दावेदार : भाजपा से जुड़े कार्यकर्ताओं का कहना हैं कि जनता में विधायक के प्रति नाराज बताई जा रही है. भाजपा से जुड़े सूत्र कहते हैं कि अब हिंदुत्व के मुद्दे को अधिक धारदार बनाया जाएगा. चुनावी विशेषज्ञों का कहना हैं कि अगर भाजपा और कांग्रेस में आमने-सामने की टक्कर होती है तो चुनाव पिछली बार की तरह इस बार भी मुकाबला कांटे का रहेगा. भाजपा से सुनीता जाखड़ के अलावा मधुसूदन भिंडा पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया, महावीर कटारिया, विकास भास्कर, गोवर्धन रुकनसर, जगदीश प्रमुख उम्मीदवार की रेस में हैं.

पढ़ें : RAJASTHAN SEAT SCAN: भरतपुर शहर में वैश्य प्रत्याशियों का दबदबा, जाट-वैश्य मतदाताओं का गठजोड़ करता है फैसला

Last Updated : Nov 24, 2023, 5:43 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.