सीकर. प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती हमारे सीकर के लिए है क्योंकि लोग कहते हैं कि शेखावाटी का हृदय स्थल हमारे सीकर में बसता है. चुरु, झुंझनू व सीकर की राजनीति को कोई प्रभावित करता है तो वह सीकर जिला है. सरकार की पिछली घोषणाओं के मोह माया जाल के अंदर कुछ लोग आए और हम कुछ ही प्रतिशत से सरकार गवां बैठे. वर्तमान सरकार का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में आचार संहिता लग जाएगी. किसी का शासन नहीं का दौर प्रारंभ हो जाएगा. इसके साथ ही बुथ की लड़ाई शुरू हो जाएगी. राजस्थान में भाजपा वह पार्टी है जिससे 81लाख लोग जुड़े हैं. बता दें कि भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ का सीकर में पहली बार नेता प्रतिपक्ष बनकर पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम जब भी अखबार पढ़ते हैं तो कोई ना कोई थोथी घोषणा के साथ ही कोई ना कोई लोमहर्षक घटना सामने आती है. हमने निर्भया कांड के बारे में सुना है लेकिन राजस्थान में हर सप्ताह ऐसी घटनाएं हो रही है. यहां बाड़मेर जैसी दिल को दहला देने वाली घटना रेगुलर हो रही है. वहीं सरकार का यह कहना कि ऑनलाइन एफ आई आर दर्ज हो रहे हैं. 24 घंटे बीत गए हैं बाड़मेर में दुष्कर्म के बाद महिला को जलाकर मार दिया गया और केस तक दर्ज नहीं हुई. नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री कहते हैं कि बलात्कार की घटनाएं झूठी होती हैं. और मुख्यमंत्री के मंत्री बोलते हैं कि बलात्कार इसलिए होते हैं क्योंकि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है.
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वीरांगनाओं के चरित्र पर भी हमला करती है ये सरकार
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने 50 जिले बना दिए हैं लेकिन अभी तक जिलों की सीमा का निर्धारण नहीं किया है. आश्चर्य होता है कि 35 और 32 किलोमीटर की दूरी के दो दो शहरों को भी जिला घोषित कर दिया है बहरोड और कोटपूतली में 32 किलोमीटर का अंतर है, कुचामन और डीडवाना में 35 किलोमीटर की दूरी है. मैंने पहली बार देखा है कि 2 बड़े शहरों के नाम से जिला मुख्यालय घोषित किए गए हैं. सत्ता पक्ष के विधायकों को अपराधियों धमका रहा है. लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को धमकी मिली है इसका मतलब गैंगस्टर आज भी आम आदमियों से धन वसूल रहा है. प्रदेश में इस प्रकार की दहशत गर्दी का वातावरण बना हुआ है कि सरकार का जाना तय है.
बजट घोषणाओं को एक अप्रैल से लागू होना चाहिए
संसदीय उप नियमों के मानदंड में सम्मिलित है सरकार ने महिलाओं को मोबाइल देने की घोषणा पिछले बजट में की थी. इस बार फिर वही घोषणा इस बजट में की गई है. अगस्त में ये मोबाइल वितरित किए जाएंगे और वहां पर सरकार अन्नपूर्णा के चित्र बांटेगी. ये सब सरकार तब देगी जब आदमी कैंप में सरकार से मांगने जाएगा. तो वहां पर अशोक गहलोत की बड़ी-बड़ी फोटो लगी हुई नजर आएंगी. वोटरों को ठगने की सरकार कोशिश कर रही है लेकिन हमें सरकार की पोल खोलनी है. इसलिए समय के विपरीत हमें दौड़ना पड़ेगा.
बचपन से सीकर से है लगाव
बचपन से जब भी जयपुर जाता हूं तो सीकर होकर ही जाता हूं और मुझे यहां के कार्यकर्ताओं पर पूरा भरोसा है. यहां भारतीय जनता पार्टी इस बार सबसे बड़ी जीत की ओर बढ़ेगी. ये बात में आप जैसे जिम्मेदार कार्यकर्ताओं के बीच में कह रहा हूं क्योंकि गहलोत साहब जब भी जाते हैं तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ करके जाते हैं. पिछली बार भी गहलोत साहब 22 लोगों को छोड़कर गए थे जो मिनी बस की सवारी थी. इस बार मैं नहीं कह रहा सरकार के मंत्री कह रहे हैं कि एक फॉर्च्यूनर में जितने आ जाएंगे उतने जीत जाए तो बड़ी बात है.कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाली चुनौती को स्वीकार करें हम डबल इंजन की सरकार बनाएं मोदी जी के सपनों का राजस्थान हमें बनाना है.