फतेहपुर (सीकर). राज्य सरकार के द्वारा किये जा रहे पंचायत पुर्नगठन में मनमर्जी के आरोप को लेकर एसडीएम कार्यालय के बाहर विभिन्न गांवों के लोगों ने पूर्व विधायक नन्दकिशोर महरिया के नेतृत्व में धरना दिया.
ग्रामीणों का आरोप है कि वर्तमान में 29 पंचायतों में से 22 पंचायतों के साथ छेडख़ानी की गई है और ग्रामीणों की सुने बिना ही नई पंचायतों को गठित कर प्रस्ताव तैयार कर दिया गया. ऐसे में राज्य सरकार के नियमों को दरकिनार करते हुए एक ही ग्राम पंचायत के तीन टुकड़े तक कर दिए गए हैं.
ग्राम की पंचायत से दूरी के नियम को भी नहीं माना गया है. केवल अपनी मनमर्जी से जिस ग्राम पंचायत में जिसे जोडऩा था, कार्यालय में बैठे बैठे ही उसे जोड़ दिया गया. लोगों का आरोप है कि वर्तमान विधायक के कहने पर ही अधिकारियों ने ऐसा किया. जाति विशेष और धर्म विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया है. जो पांच नई ग्राम पंचायतें बनाई जा रही है उनके साथ ही छेडख़ानी होनी चाहिए, बाकी ग्राम पंचायतों को जस के तस रखा जाए. जिससे लोगों को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
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पूर्व विधायक नन्दकिशोर महरिया के नेतृत्व में पंचायती राज मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी रेणू मीणा को सौंपा गया. जिसमें मांग की गई है कि पंचायतों के गठन के लिए विशेष बैठक का आयोजन करके जनप्रतिनिधियों से राय मशविरा करके ही नई पंचायतों का गठन किया जाए अन्यथा उग्र कार्रवाई की जाएगी. जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. धरने को भाजपा नेता भागीरथ जाखड़, कॉमरेड रामप्रसाद जांगिड़, बलदेवाराम कुल्हरी, बजरंग सिंह शेखावत, किसान नेता हरलाल सिंह थेथलिया ने संबोधित किया.