खंडेला (सीकर). कस्बे में अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार का पुतला दहन किया. समिति के सदस्य ग्रामीणों के साथ साधनों के माध्यम से उपखण्ड कार्यालय पहुंचे और उपखण्ड कार्यालय परिसर के बाहर एक बैठक आयोजित कर उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार के विरुद्ध काफी देर तक नारेबाजी कर विरोध जताया.
समिति के कॉर्डिनेटर बाबूलाल मीणा ने कहा कि कांवट अतिक्रमण का मामला किसी से भी छुपा हुआ नहीं है. अतिक्रमण को चिन्हित करने के बाद भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की जा रही है. समिति के सदस्य व ग्रामीण पिछले कुछ महीनों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर उपखण्ड कार्यालय के बार-बार चक्कर लगा रहे हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिला कलेक्टर ने भी अतिक्रमण हटाने के मामले में त्वरित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार कार्रवाई नही कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि कांवट सरपंच मीना सैनी ने करीब 2 साल पहले बस स्टैंड गोचर भूमि, नदी नाला, तालाब, अस्पताल, विद्यालय के सामने हो रहे अतिक्रमण हटाने के लिए हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. जिस पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए प्रशासन को अतिक्रमण को चिन्हित करने के निर्देश दिए थे. प्रशासन ने अतिक्रमण को चिन्हित कर कोर्ट में रिपोर्ट पेश की. इसके पश्चात कोर्ट ने सुनवाई करते हुए 24 अप्रैल को अतिक्रमण अतिशीघ्र हटाने के आदेश जारी किए थे, लेकिन प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने को लेकर कार्रवाई अभी तक नहीं की है.