दांतारामगढ़ (सीकर). जिले के दांतारामगढ़ में 73वां स्वतंत्रता दिवस समारोह विधायक और भाजपा नेताओं की नोकझोंक से शुरू हुआ. दांतारामगढ़ के विद्यालय में कार्यक्रम शुरू होने से पहले विधायक वीरेंद्र सिंह कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए और वहां विद्यालय के ग्राउंड में नवनिर्मित कमरे का उद्घाटन ध्वजारोहण से पहले ही करा दिया. जिसके बाद विधायक पर प्रोटोकोल तोड़ने का आरोप लगा.
जिसके बाद ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ. उपखंड अधिकारी सूची के अनुसार लोगों को सम्मानित कर रहें थें. साथ विद्यालय प्रशासन की ओर सूची के अनुसार लोगों को सम्मानित किया जा रहा था. तभी विधायक वीरेंद्र सिंह ने बीच में ही अपनी तरफ से कमरे का निर्माण करने वाले राधेश्याम चतराका को मंच पर बुला लिया और उन्हें सम्मानित करने के लिए उपखंड अधिकारी को कहा. जिसके बाद मंच पर बैठे रामगढ़ सरपंच मधु स्वामी, उपप्रधान बसंत कुमावत, भाजपा मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश स्वामी ने एतराज जताया. उन्होंने कहा की जब उपखंड प्रशासन की सूची और विद्यालय सूची में इनका नाम नहीं है तो नियमों को ताक पर रखकर इन्हें सम्मानित करवाना गलत है. जिसके बाद भाजपा के लोगों ने वहां से वॉक आउट किया.
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बता दें, राधेश्याम चतराका ने इस जमीन पर कब्जा किया हुआ था, हालांकि न्यायालय ने उनके पक्ष में फैसला दिया. साथ ही जिस कमरे का निर्माण राधेश्याम चतराका कि ओर से करवाया गया है, उस पर अपना नाम नहीं लिखवाने और पट्टीका नहीं लगाने को लेकर विद्यालय प्रशासन और राधेश्याम चतराका के बीच लिखित समझौता हुआ था. लेकिन उस समझौते को धत्ता बताते हुए इन्होंने पट्टिका पर अपना नाम लिखवा कर कमरे पर लगवा दिया. क्षेत्रीय विधायक वीरेंद्र सिंह ने स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण से पहले ही उस कमरे का उद्घाटन भी कर दिया. इस बात को लेकर काफी देर तक विधायक और भाजपा नेताओं के बीच नोकझोंक शुरू हो गई. वहीं, नोकझोंक के बाद उप प्रधान बसंत कुमावत, सरपंच मधुस्वामी, भाजपा मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश स्वामी सहित सभी भाजपा नेताओं ने कार्यक्रम से वॉक आउट कर लिया.