सीकर. राइट टू हेल्थ बिल को लेकर सीकर में चिकित्सकों का धरना लगातार 13वें दिन जारी है. डॉक्टर की हड़ताल के कारण मरीज लगातार परेशान हो रहे हैं. सीकर के राजकीय कल्याण अस्पताल से मरीजों का दबाव बढ़ने के कारण जयपुर रेफर किया जा रहा है. इधर, निजी चिकित्सक बिल को वापस लेने के लिए डटे हुए हैं.
डॉक्टर की हड़ताल को लेकर विधायक हाकम अली खान ने फतेहपुर के उप जिला अस्पताल में नेत्र इकाई के भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि हमारी सरकार राइट टू हेल्थ बिल लेकर आई है. मैं प्राइवेट डॉक्टरों को कहना चाहता हूं कि धरती पर अगर किसी को भगवान माना है तो भगवान के अतिरिक्त डॉक्टर्स को ही माना गया है. मेरी आपसे अपील है कि आप भगवान के रूप में ही काम कीजिए. आम आदमी इलाज के भाव में तड़प-तड़प कर मर रहा है और आप हड़ताल सिर्फ इसलिए कर रहे हो कि आपको पैसा चाहिए, अगर आपको पैसा चाहिए तो हमारी सरकार आपको देगी. आप इलाज कीजिए.
उन्होंने कहा कि सरकार डॉक्टर को कह रही है कि हमारे द्वार खुले हैं आप हमारे पास आओ और बातचीत करो. आप जनता के काम करो आपको पैसा देंगे. विधायक ने कहा कि तीन बार सरकार ने डॉक्टर्स से बातचीत के लिए मीटिंग बुलाई, लेकिन वह एक ही बात पर अड़े हुए हैं कि बिल वापस लो. बिल वापस क्यों लिया जाए? क्या जनता का अधिकार नहीं है? इलाज कराने का सरकार आपको पैसा दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने ये बिल लाने से पहले आपसे बातचीत की थी और जो आपत्तियां थी उसे ठीक करने के बाद सरकार बील लेकर लेकर आई.
विधायक हाकम अली खान ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार आपके लिए बिल लेकर आई है और यह बिल कभी भी किसी भी सूरत में वापस नहीं होगा. हम जनता को यह सुविधा देकर रहेंगे. डॉक्टर से मेरी अपील है कि हम आप को भगवान मानते हैं इसलिए आप हड़ताल तोड़कर काम पर लौटे. विधायक ने कहा कि मैं सरकारी डॉक्टर से पूछना चाहता हूं कि आप हड़ताल पर क्यों चले गए. आप किस बात को लेकर हड़ताल पर चले गए अगर इसी तरीके से कलेक्टर एसडीएम और बाकी प्रशासनिक अधिकारी भी हड़ताल पर चले जाएंगे तो कैसे काम चलेगा. सरकारी डॉक्टर ने कोरोना में भी अच्छा काम किया था फ्रंटलाइन पर काम करके दिखाया था. कोरोना के समय भी यह निजी चिकित्सक अस्पतालों के ताला लगा कर कर बैठ गए थे. जिस दिन जनता सड़कों पर आ जाएगी उस दिन आप को माफ नहीं करेगी.