सीकर. पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में पिछले दिनों एनआरएस हॉस्पिटल में एक मरीज के परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों को पीट दिया था. इस घटना के बाद प्रदेश के डॉक्टर आए दिन हड़ताल कर रहे हैं. इसी क्रम में सोमवार को जिले में एसके अस्पताल के डॉक्टर भी हड़ताल पर रहे.
वहीं इन डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से चिकित्सा व्यवस्था चरमरा सी गई. मरीज अस्पताल में आए और वे डॉक्टरों का इंतजार कर वापस लौट गए. वहीं अस्पताल के कार्यवाहक चिकित्सा प्रभारी डॉ. महेश चौधरी ने बताया कि सोमवार सुबह 8 बजे से लेकर मंगलवार सुबह आठ बजे तक सभी डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. हड़ताल की वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
हालांकि इमरजेंसी सेवाओं के लिए डॉक्टर मौजूद रहे. मगर हड़ताल के चलते भारी संख्या में लोग निराश होकर वापस लौट गए. जिले के सबसे बड़े अस्पताल में रोज 1100 से 1200 मरीज आते हैं. दूरदराज के इलाकों से आए मरीज काफी देर तक अस्पताल में ही बैठे रहे. निजी अस्पताल भी नए मरीजों के लिए बंद रहे. ऐसे में सरकारी अस्पताल में मरीजों की संख्या कई गुना तक पहुंच गई. लेकिन डॉक्टर नहीं मिलने से लोग बेबस व लाचार दिखे.