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रतनलाल को मिला शहीद का दर्जा, 1 करोड़ का पैकेज और पत्नी को नौकरी की घोषणा

दिल्ली में सीएए के खिलाफ हुई हिंसा के दौरान मारे गए हेड कांस्टेबल रतनलाल का मिला शहीद का दर्जा. सांसद सुमेधानंद ने 1 करोड़ का पैकेज और पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.

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Published : Feb 26, 2020, 9:03 AM IST

Updated : Feb 26, 2020, 12:34 PM IST

rajasthan news  हेड कांस्टेबल रतनलाल
रतनलाल को मिला शहीद का दर्जा

सीकर. दिल्ली में सीएए के खिलाफ हुई हिंसा के दौरान मारे गए हेड कांस्टेबल रतनलाल को शहीद का दर्जा मिल गया है. सीकर सांसद सुमेधानंद ने 1 करोड़ का पैकेज और पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.

बता दें उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग जोरों से उठ रही थी. बुधवार को हेड कांस्टेबल का शव पैतृक गांव के समीप पहुंचने के साथ ही आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर जाम लगाते हुए मृत हेड कांस्टेबल को शहीद का दर्जा देने की मांग की थी.

रतनलाल को मिला शहीद का दर्जा

गौरतलब है कि जिले के तिहावली गांव के निवासी हेड कांस्टेबल रतनलाल की दो दिन पहले दिल्ली में हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी. बुधवार सुबह जब हेड कांस्टेबल का शव गांव पहुंचने लगा तो आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया और हेड कांस्टेबल को शहीद का दर्जा देने की मांग करने लगे.

यह भी पढे़ं. सीकर में तीन दिवसीय ज्ञान पुस्तक मेले का शुभारंभ

ग्रामीणों के जाम को देखते हुए शव लेकर आ रही गाड़ी को पैतृक गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर रोक दिया गया. वहीं, काफी देर बाद हेड कांस्टेबल रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया गया और सांसद सुमेधानंद ने 1 करोड़ का पैकेज और पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी देने की घोषणा की.

सीकर. दिल्ली में सीएए के खिलाफ हुई हिंसा के दौरान मारे गए हेड कांस्टेबल रतनलाल को शहीद का दर्जा मिल गया है. सीकर सांसद सुमेधानंद ने 1 करोड़ का पैकेज और पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.

बता दें उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग जोरों से उठ रही थी. बुधवार को हेड कांस्टेबल का शव पैतृक गांव के समीप पहुंचने के साथ ही आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर जाम लगाते हुए मृत हेड कांस्टेबल को शहीद का दर्जा देने की मांग की थी.

रतनलाल को मिला शहीद का दर्जा

गौरतलब है कि जिले के तिहावली गांव के निवासी हेड कांस्टेबल रतनलाल की दो दिन पहले दिल्ली में हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी. बुधवार सुबह जब हेड कांस्टेबल का शव गांव पहुंचने लगा तो आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया और हेड कांस्टेबल को शहीद का दर्जा देने की मांग करने लगे.

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ग्रामीणों के जाम को देखते हुए शव लेकर आ रही गाड़ी को पैतृक गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर रोक दिया गया. वहीं, काफी देर बाद हेड कांस्टेबल रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया गया और सांसद सुमेधानंद ने 1 करोड़ का पैकेज और पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी देने की घोषणा की.

Last Updated : Feb 26, 2020, 12:34 PM IST
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