सीकर. सवर्ण आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से बुधवार को पांचवे दिन भी आमरण अनशन जारी है. इस अनशन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने ब्राह्मण, राजपूत, अग्रवाल एवं अन्य अगड़ी जातियों को 10 फीसदी का आरक्षण देकर, झुनझुना हाथ में दिया है.
वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह से इस 10 फीसदी के आरक्षण में जो शर्तें लगाई गई है. वे शर्तें पूरी करना मुश्किल है. केंद्र सरकार की ओर से दिए गया 10 फीसदी आरक्षण केवल दिखावा है. धरना दे रहे लोगों ने कहा कि अभी इस मामले को लेकर वे सब शांतिपूर्ण तरीके से मांग कर रहे है.
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जिसके बाद उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि फिर भी अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी. इस प्रकार धरनार्थियों ने मांग रखी कि जिस प्रकार गुजरात सरकार ने वहां पर आर्थिक आधार पर आरक्षण का क्रियान्वय करवाया है, ठीक वैसा ही राजस्थान में भी हो, और किसी प्रकार की अनावश्यक शर्तों को जोड़कर आरक्षण का प्रभाव कम नहीं किया जाए.