फतेहपुर (सीकर). पालिका चुनावों में फतेहपुर और रामगढ़ में नाम वापसी के बाद तस्वीर साफ हो गई है. फतेहपुर में निर्दलीय समा और कांग्रेस प्रत्याशी मुश्ताक नजमी के बीच सीधा मुकाबला है. वहीं रामगढ़ में कांग्रेस के दूदाराम चोहला और भाजपा की जया सोनी के बीच सीधा मुकाबला होगा. फतेहपुर में जहां कांग्रेस पार्षद आबिद अली परिहार ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में नाम वापसी की है. वहीं मो. अलताफ, समीरा और रूखसाना मोहम्मद आरिफ ने निर्दलीय समा के समर्थन में नाप वापसी कर ली है.
इसके साथ ही निर्दलीय मो. मुजस्सिम गौरी और भगवती ने भी अपने नाम वापिस ले लिए हैं. रामगढ़ शेखावाटी में कांग्रेस पार्षद मकसूद और जमील ने भी कांग्रेस प्रत्याशी दूदाराम के समर्थन में अपने नाम वापिस ले लिए हैं. ऐसे में दोनों ही जगह सीधा मुकाबला रह गया है. विधायक हाकम अली का कहना है कि फतेहपुर में कांग्रेस के आबिद अली परिहार का डमी फार्म था, जिसे वापिस ले लिया गया है. इसके साथ ही कांग्रेस के सभी पार्षद एकजुट हैं और निश्चित तौर पर पालिकाध्यक्ष के पद पर कांग्रेस का ही कब्जा होगा. विधायक हाकम अली ने कहा कि कांग्रेस में किसी भी प्रकार की कोई फूट नहीं है, सभी एकजुट हैं.
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बता दें कि कांग्रेस पार्षद आबिद अली परिहार के प्रस्तावक भाजपा के सूर्यप्रकाश बने थे. ऐसे में कांग्रेस में बगावत होने की आशंका थी. वहीं समा के समर्थन में व्यापारी समाज के मो. अलताफ, समीरा और रूखसाना के नाम वापसी के बाद भाजपा का समर्थन है और उन्हें आशा है कि कांग्रेस से व्यापारी कौम के तीन पार्षद चुने गए हैं, जो साथ होंगे और निश्चित ही उनका पालिकाध्यक्ष पर कब्जा होगा. ऐसे में 7 फरवरी को ही पता लगेगा कि किसके सिर ताज बंधेगा.