दांतारामगढ़ (सीकर). कस्बे में जलझूलनी एकादशी पर श्याम भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. कोविड-19 के चलते बाबा श्याम के पट बंद हैं, फिर भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. ऐसे में खाटूश्याम मंदिर में पुलिस को भक्तों को रोकने में काफी मशक्कत करना पड़ा
दांतारामगढ़ के खाटूश्यामजी कस्बे के विश्व प्रसिद्ध कलयुग के देवता बाबा श्याम के शनिवार को जलझूलनी एकादशी पर मंदिर पुजारी ने विशेष मनमोहक आकर्षक फूलों का श्रृंगार किया गया लेकिन श्याम भक्तों के दर्शनार्थ बाबा के मंदिर के कपाट बंद हैं. हालांकि, जलझूलनी एकादशी पर कस्बे के पांच मुख्य मंदिरों से ठाकुरजी की निकलने वाली भगवान गोपीनाथ की पालकी नगर भ्रमण को नहीं निकाली गई. साथ ही मंदिर में ही झांकिया सजी और पूजा-अर्चना की गई.
राज्य सरकार ने 7 सितंबर से बड़े मंदिरों को खोलने का दिशा निर्देश दिया है. उसके बावजूद भी श्याम श्रद्धालु खाटूधाम पहुंचने से नहीं रूके. पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त जाब्ता भी तैनात किया लेकिन श्रद्धालुओं को रोक पाना पुलिस प्रशासन के लिए पूरे दिन सिरदर्द बना रहा. पुलिस वाले श्रद्धालुओं को समझाते और विनती करते नजर आए लेकिन भक्त बाबा के बंद कपाट के सामने जाने की जिद्द करते रहे.
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वहीं थाना अधिकारी पूजा पूनिया ने श्रद्धालुओं के वाहनों को तोरण गेट पर ही रोक दिए लेकिन फिर भी श्रद्धालु गलियों से होकर मुख्य बाजार में पहुंच गए. गौरतलब है कि खाटूश्यामजी कस्बे में 3 दिन में आधा दर्जन कोरोना पॉजिटिव आने के बावजूद और बाबा श्याम के कपाट नहीं खुले हैं.
उसके बावजूद भी श्रद्धालु कस्बे में बाबा के दरबार के सामने पहुंचकर धोक लगाकर मनोकामनाएं मांगने को कहते नजर आए. श्याम श्रद्धालुओं को कोरोना महामारी का भी कोई डर नहीं है. उन्हें तो बस बाबा श्याम की झलक पाने की इच्छा है. आधा दर्जन कोरोना पॉजिटिव आने के बावजूद भी श्याम श्रद्धालु सुबह से देर शाम तक खाटूधाम पहुंचने का सिलसिला जारी रहा.