सीकर. जिले के नीमकाथाना में तहसीलदार सतवीर यादव ने खातेदारी भूमि के बिना सक्षम स्वीकृति के लिए बजरी खनन करने के मामले में चार लोगों के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज कराया.वही आरोपियों की खातेदारी भूमि को सरकारी करने के लिए कार्रवाई शुरू की गई.
तहसीलदार सतवीर यादव ने बताया कि आड़ी की ढाणी निवासी हरफूल ने अवैध खनन को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी. जिस पर माइनिंग इंजीनियर, सर्वेयर, पटवारी, गिरदावर से मामले की जांच कराई गई. आरोपी बलराम, विजेंदर उर्फ रामचंद्र, गिरदारी एवं हनुमान नरसिंहपुर की खातेदारी भूमि से बिना सक्षम स्वीकृति के लिए ही अवैध बजरी खनन कर रहे थे.
पढ़ें- सीकर: हत्या के आरोप में मां-बाप सहित बेटा गिरफ्तार, जमीनी विवाद के चलते की थी हत्या
जांच के लिए जब टीम मौके पर पहुंची तो आरोपी भाग गए. जिसके बाद गुहाला नदी के किनारे खातेदारी भूमि से बड़ी मात्रा में बजरी निकाली हुई बरामद हुई. तहसीलदार ने आरोपियों के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज कराया. गुहाला नदी क्षेत्र एवं खातेदारी भूमि पर बड़े पैमाने पर अवैध बजरी खनन चल रहा है.
लॉकडाउन में अवैध खनन में तेजी आई तहसीलदार ने बताया कि उक्त भूमि के खातेदारी अधिकार निरस्त कर सरकारी घोषित करने की कार्रवाई शुरू की गई. उसके लिए उपखंड अधिकारी कि यहां मामला पेश किया जाएगा. वही दूसरी ओर तहसीलदार सतवीर यादव ने गुहाला नदी से बजरी ला रही टेक्टर ट्रॉली जब्त की.