सवाई माधोपुर. सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर बाघ परियोजना के मलारना स्टेशन क्षेत्र में एक पैंथर की मौत हो गई. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पैंथर के शव को कब्जे में लेकर भूरी पहाड़ी वन चौकी ले गई. यहां वन अधिकारियों की मौजूदगी में पशु चिकित्सक डॉ. चंद्र प्रकाश मीणा और डॉ. राजीव गर्ग एवं डॉ. वर्षा रानी ने पैंथर के शव का पोस्टमार्टम किया. वनाधिकारियों की ओर से खेतों पर लगी तारबंदी में उलझने की वजह से पैंथर की मौत की आशंका जताई जा रही है.
पैंथर के गले पर चोट के निशान हैं जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि शायद पैंथर इस तारबंदी में फंस गया होगा जिससे उसकी जान चली गई. हालांकि पैंथर की मौत के सही कारणों का अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं पता चल पाई है. पैंथर की मौत के सही कारणों का पता फॉरेंसिक लैब से विसरा की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही चल पायेगा.
पढ़ें: शिकार को लेकर आपस में भिड़ीं बाघिन बहनें, देखें रोमांचित कर देने वाला वीडियो
रणथंभौर के जंगलों से आई खुशखबरी, बाघिन टी-117 ने दिया दो शावकों को जन्म
सवाईमाधोपुर. रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में एक बार फिर बाघों का कुनबा बढ़ा है. बाघिन टी-92 की दूसरी बेटी टी-117 धोलपुर के सरमथुरा रेंज के रिचाड़ा वन क्षेत्र में तीन माह के दो शावकों के साथ नजर आई है. बाघिन व शावकों की सुरक्षा के लिए चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन मोहनलाल मीना ने मॉनिटरिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. ट्रैकिंग टीम को लगातार बाघिन व उसके शावकों की गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं.
इससे पूर्व 23 जनवरी को बाघिन टी-117 की बहन (टी-92 की बेटी) टी-118 (वर्षा) दो शावकों के साथ जंगल में लगे ट्रैप कैमरे में दिखाई दी थी. कैलादेवी अभयारण्य मे रेंज कैलादेवी राहिर नाका के जंगलों मे साढ़े तीन साल की बाघिन टी-118 पहली बार शावकों के साथ नजर आई. दोनों बाघिन बहनों के शावकों के साथ नजर आने से वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है.