सवाई माधोपुर. चौथ का बरवाड़ा थाना पुलिस की कस्टडी में रामभजन नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी. जिसकी अब न्यायिक जांच होगी. जांच बामनवास के न्यायिक मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है. वहीं पुलिस ने मामले की जांच सीआईडी सीबी को सुपुर्द कर दी है. पीड़ित परिवार को जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख का चेक दिया है और मृतक के बच्चों को पालनहार योजना, विधवा को विधवा पेंशन की लाभ देने की बात कही है.
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क्या है पूरा मामला
30 मई को ऐकड़ा गांव में दो भाइयों में जमीन को लेकर विवाद हो गया. दोनों पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हुई. सूचना पर चौथ का बरवाड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और पत्थरबाजी में घायल रामभजन को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर थाने ले गई. जिसके बाद पुलिस ने घायल रामभजन को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भर्ती करवाया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने रामभजन को जयपुर एसएमएस के लिए रेफर कर दिया.
लेकिन रास्ते में रामभजन की मौत हो गई. रामभजन के परिजनों का आरोप है कि पुलिस कस्टडी में पिटाई से रामभजन की मौत हुई है. मृतक के परिजनों ने चाचा किशन मीना, मुकेश मीना, पृथ्वीराज मीना, दिनेश, धर्मराज मीना, रेखा, मनभर, मीरा, ममता के खिलाफ थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया है. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने रिपोर्ट बनाकर सीआईडी सीबी को भेजी है.
वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की गाइडलाइन के अनुसार मामले की न्यायिक जांच बामनवास के न्यायिक मजिस्ट्रेट मनमोहन चंदेल को सौंपी गई है. न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जयपुर एसएमएस पहुंचकर पंचनामा की कार्रवाई करवाकर पोस्टमार्टम करवाया. इसके बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया. पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने पर मामले की पत्रावली सीआईडी सीबी को भेजी है.