देवगढ़ (राजसमंद). जिले के देवगढ़ उपखंड के लसानी गांव में सोमवार को खटीक मोहल्ले में निर्माणधीन तीन मंजिला मकान की छत पर आरसीसी डालने का कार्य चल रहा था. जहां एक श्रमिक का संतुलन बिगड़ जाने से वह छत से गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. परिजन मुआवजे की मांग पर अड़ गए. ठेकेदार ने 4 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की, जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया.
जानकारी के अनुसार, सोमवार को कस्बे के खटीक मोहल्ले में एक निर्माणाधीन मकान पर आरसीसी की छत डालने का कार्य किया जा रहा था. इसी दौरान 21 वर्षीय श्रमिक दोल सिंह पिता केसर सिंह रावत निवासी स्वादड़ी की छत से गिरने पर मौत हो गई थी. हालत गंभीर होने पर उसे देवगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना पर देवगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंची. ग्रामीण ठेकेदार से 15 लाख रुपये मुआवजे की मांग करने लगे. मुआवजा नहीं देने पर मृतक का शव लेने से इनकार कर दिया.
सरपंच त्रिलोक सिंह रावत ने बताया कि तीनों ठेकेदार की लापरवाही के चलते दौल सिंह की मौत हुई है. छत के आसपास विद्युत विभाग की कोई लाइन नहीं निकली हुई है, ऐसे में हादसा होने के कम अंदेशा है. सरपंच ने 15 लाख की मांग करते हुए शव वापस घटनास्थल पर लाने की धमकी दी. जिसके बाद समझाइश का दौर चला. मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए. ठेकेदार 1 लाख रुपये देने को तैयार हो गया था, मगर मृतक के परिजन 5 लाख रुपये तक आ गए थे. दोने के बीच समझौता नहीं हो पाया. मंगलवार को स्वादड़ी सरपंच के सानिध्य में सैकड़ों लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवगढ़ पर इकट्ठे होकर फिर से मुआवजे की मांग करने लगे. इसके बाद ठेकेदार 4 लाख रुपये देने के लिए तैयार हुआ.