राजसमंद. मंगलवार को राजसमंद विधानसभा सीट पर नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था. ऐसे में अब चुनाव प्रचार अभियान धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है लेकिन प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच यहां रैलियों और सभाओं में लोग कोरोना से बेफिक्र नजर आ रहे हैं. मंगलवार को कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों की रैली और आम सभा आयोजित हुई लेकिन दोनों में ही सरकार की कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती नजर आई.
इन रैली में अधिकांश लोग मास्क नहीं पहने हुए थे, ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का कहीं पालन हुआ. कांग्रेस प्रत्याशी तनसुख बोहरा के समर्थन में हुई जनसभा में अधिकांश श्रोता बिना मास्क के ही नजर आए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी कोई ख्याल नहीं रखा गया. जबकि मुख्यमंत्री गहलोत खुद इस सभा में पहुंचे थे. सीएम प्रोटोकॉल के चलते यहां जिले के आला प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. सभा में सीएम गहलोत ने कोरोना काल में अपनी सरकार की ओर से किए गए कार्य और चिकित्सा इंतजामों को गिनाया लेकिन एक बार भी जनता से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने की नसीहत नहीं दी. कमोबेश यही कुछ हाल बीजेपी की आमसभा में भी नजर आया. हालांकि, यहां बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने चुटकी लेते हुए जरूर कह दिया कि राजसमंद में ऐसा लगता है, चुनाव को देखते हुए कोरोना खत्म हो गया है.
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इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उपस्थित श्रोताओं को पहनने के लिए प्रेरित किया और उनको मास्क भी वितरित किए. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि नेता कॉविड-19 को लेकर जागरूक नजर आ रहे हैं लेकिन जनता चुनाव की गर्मी में कोरोना की सख्ती भूलती जा रही है. ऐसे में यह लापरवाही आने वाले दिनों में जिले पर भारी न पड़ जाए.