राजसमंद. सांसद दीया कुमारी ने बुधवार को संसद में रेलवे के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया. उन्होंने सवाल किया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे के अंतर्गत स्वीकृत मावली-मारवाड़ रेल लाइन का कार्य कब तक पूर्ण होगा. इस पर केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि डीपीआर में यह लाइन दो सेंचुरी से होकर निकल रही है. इसका ध्यान रखते हुए अंतिम एलाइनमेंट किया जा रहा है.
रेल मंत्री ने कहा कि सर्वे पूर्ण होते ही आगे की कार्रवाई की जा सकेगी. पुष्कर से मेड़ता एवं नाथद्वारा से देवगढ़ होते हुए ब्यावर के लिए पूर्व में चली आ रही दो नई रेल लाइनों की मांग पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछली सरकार के समय राज्य सरकार ने संयुक्त रूप से जमीन उपलब्ध कराने के साथ अन्य सहायता करने की बात भी कही थी. लेकिन पिछले दिनों राजस्थान सरकार ने इस स्वीकरोति से पल्ला झाड़ लिया है. इस कारण योजना अटकी पड़ी है. रेल मंत्री ने सभी राजस्थान के सांसदों से राजस्थान सरकार से मिलकर बात करने का आग्रह किया, ताकि इस योजना को मूर्त स्वरूप दिया जा सके.
वहीं, संसदीय मीडिया संयोजक मधु प्रकाश लड्ढा ने बताया कि संसद के बजट सत्र के प्रश्नकाल मे दूसरे पूरक प्रश्न में सांसद दीया कुमारी ने कहा कि नागौर जिले की बुटाटी धाम में हजारों की संख्या में लकवा ग्रस्त रोगी प्रतिदिन आध्यात्मिक उपचार के लिए आते हैं. बुटाटी धाम जाने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन रेण है. इस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के साथ-साथ कुछ एक्सप्रेस रेलगाड़ियां मुख्य रूप से रेल जोधपुर- इंदौर इंटरसिटी, वहीं सालासर सुपरफास्ट का ठहराव अनिवार्य किया जाना चाहिए.
दीया कुमारी ने आगे कहा कि इसके साथ ही गोटन, जोकि व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्टेशन है वहां पर भी रेलगाड़ी सालासर सुपरफास्ट का ठहराव किया जाना आवश्यक है. उन्होंने रेल मंत्री से पूछा कि कब तक यह ठहराव होने की संभावना है. इस पर रेल मंत्री ने कहा कि आधिकारिक रूप से इस संबंध में जांच की जा रही है और जल्द ही रिपोर्ट के आधार पर संबंधित स्टेशन पर सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा.