राजसमंद. जिला स्तरीय क्वॉरेंटाइन प्रबंधन समिति की बैठक का आयोजन बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में किया गया. बैठक में कोरोना महामारी से बचाव के लिए की जा रही विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत चर्चा की गई. बैठक में व्यवस्थाओं में बेहतरी लाने के लिए जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिए. जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों, संस्थागत क्वॉरेंटाइन और होम क्वॉरेंटाइन के लिए की जा रही व्यवस्थाओं को प्रजेन्टेशन के माध्यम से दर्शाया गया.
बैठक में जिला कलेक्टर ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को कोरोना महामारी के संबंध में जिले की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि, चिकित्सालयों में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिले में 13 कोविड केयर सेन्टर की स्थापना की गई है. जिसमें कोरोना पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों को रखा जाएगा और उनका चिकित्सकीय इलाज किया जाएगा. लेकिन कोई पॉजिटिव व्यक्ति स्वास्थ्य की दृष्टि से गंभीर अवस्था में है और उसे वेन्टिलेटर पर रखने की आवश्यकता होगी तो उसे आर.के. चिकित्सालय में रेफर किया जाएगा.
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साथ ही कलेक्टर ने बताया कि जिले में वर्तमान में 126 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. जिनमें से अधिकांश व्यक्ति संस्थागत क्वॉरेंटाइन में थे. जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सका. संदिग्धों की नियमित रूप से जांच की जाकर उनके सैम्पल भिजवाए जा रहे हैं. जिले में 21 क्वॉरेंटाइन सेंटर शहरी क्षेत्रों में जबकि 315 सेंटर ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे हैं. जिसमें प्रवासियों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का संपादन बेहतर तरीके से किया जा रहा है.
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साथ ही कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से की जा रही मुस्तैद व्यवस्थाओं चाक-चौबन्द व्यवस्था होने से राजसमन्द में संक्रमण को अधिक फैलने से रोका जा सका है. बैठक में राजसमन्द लोकसभा क्षेत्र की सांसद, जिले के विधायकगण सहित जिला कलेक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल, जिला पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार, सहित अधिकारी उपस्थित रहे.