राजसमंद. प्रदेश में खाप पंचायतों का तुगलकी फरमान थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. राजसमंद के रेलमगरा उपखंड के बामनिया कला गांव में खाप पंचायत ने एक परिवार को समाज से बहिष्कृत करते हुए उनका हुक्का पानी बंद कर दिया.
पीड़ित राधा ने बताया, 7 मार्च को वह बामनिया कला गांव में अपने पशुओं को चराने के लिए गई थी. उसी दौरान गांव के भेरूलाल, रोशन लाल, कन्हैया लाल, मांगीलाल, मांगीलाल पिता भूरालाल, उदयलाल और गांव के अन्य व्यक्तियों ने उसे गांव की पंचायत ने बुलाया और जलील किया. जब मैं अपने पति को लेकर वहां से चली गई तो गांव के इन पंचों ने हमें समाज से बाहर कर दिया. पीड़ित राधा ने बताया, जब पशु चराने गई थी तो वहां उसकी कुछ महिलाओं से कहासुनी हो गई थी. इसी बात पर पंचायत बुलाई थी.
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वहीं पीड़ित कन्हैया लाल ने बताया, गांव की पंचायत ने उसे समाज से बाहर कर दिया और उसका हुक्का पानी भी बंद कर दिया. ऐसे में गांव में उन्हें कोई मजदूरी पर नहीं बुलाता और न ही उनके घर पर मजदूरी के लिए आता है. जब उन्होंने सरपंच से इस बारे में मौखिक शिकायत की तो सरपंच ने इस मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया. लेकिन, जब 15 दिन तक कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई.
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वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश गुप्ता ने बताया, पीड़ित परिवार का परिवाद मिला है. इस पर त्वरित कार्रवाई के लिए रेलमगरा पुलिस को निर्देश दे दिए हैं. मामले में रेलमगरा पुलिस ने पहले ही प्रकरण दर्ज कर रखा है, जिसका शीघ्र ही निस्तारण करा लिया जाएगा.