नाथद्वारा (राजसमंद). श्री गोवर्धन राजकीय चिकित्सालय नाथद्वारा में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. यहां मरीजों और तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
पिछले दिनों सरकार ने नाथद्वारा उपस्वास्थ्य केंद्र पर बाइस चिकित्सकों ओर विशेषज्ञों की नियुक्ति की थी, जिसके बाद काफी समय से रेफरल अस्पताल बने उप स्वास्थ्य केंद्र के हालात में काफी हद तक बदलाव आया है. वहीं अस्पताल में डॉक्टर आने के बाद प्रसूताओं को भी राहत मिली है. सीजेरियन डिलीवरी की शुरुआत की गई, लेकिन अब इनडोर में मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही नर्सिंग स्टाफ की कमी खलने लगी है.
नाथद्वारा उपस्वास्थ्य केंद्र पर कुल 71 नर्सिंग स्टाफ के पद स्वीकृत है, लेकिन वर्तमान में आधे पद रिक्त पड़े हुए हैं. इसके कारण मरीजों ओर उनकी देखरेख करने वाले परिजनों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. नाथद्वारा चिकित्सालय में सेकंड ग्रेड 55 में से 27 पद खाली है. वहीं फर्स्ट ग्रैड के 16 में से 8 पद खाली है. इसके अलावा महिला स्वस्थ दर्शकों का एक ही पद स्वीकृत है, जो खाली है. ए. एन. एम. के चार पद हैं. जिसमें से तीन पद रिक्त हैं. वहीं मौजूदा समय में कार्यरत एएनएम भी है, जो इसी महीने में रिटायर होने वाली है.
श्री गोवर्धन राजकीय चिकित्सालय नए चिकित्सकों के आने के बाद चिकित्सालय के हालात में सुधार तो हुआ है. वहीं अब नर्सिंग स्टाफ की पूर्ति करने से ही नगर की जनता को राहत मिल सकती है. पीएमओ राजकुमार यादव ने बताया कि वर्तमान में खाली पड़े विशेषज्ञ सहित नर्सिग स्टाफ की मांग की गई है. इस संबंध में सीएचएमओ को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है.