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मैं भी सुरक्षित नहीं, तीन बॉडीगार्ड के साथ निकलती हूं बाहरः सांसद दीया - प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं

बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सूबे की कांग्रेस सरकार को जमकर कोसा. दीया कुमारी ने कहा कि आज प्रदेश में महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित नहीं है. यहां तक की मैं भी सुरक्षित नहीं हूं. मैं जब भी घर से बाहर निकलती हूं तो तीन बॉडीगार्ड के साथ निकलती हूं, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम महिलाओं की प्रदेश में स्थिति क्या होगी.

बीजेपी सांसद दीया कुमारी, Rajasthan Politics
बीजेपी सांसद दीया कुमारी
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Published : Mar 20, 2021, 5:07 PM IST

राजसमंद. प्रदेश में इन दिनों विकास कार्यों पर जमकर राजनीति हो रही है. राज्य सरकार के मंत्री घोषणाओं का अंबार लगा देते हैं, तो बीजेपी नेता इसे थोथी घोषणाएं बताते हैं. वहीं जिले भर में डीएमएफटी फंड और अन्य मद से विकास कार्यों के लोकार्पण और उद्घाटन जारी हैं, लेकिन इन कार्यक्रमों में अपनी अनदेखी से नाराज सांसद दीया कुमारी राजसमंद जिला मुख्यालय पर राज्य सरकार पर जमकर बरसीं.

दीया कुमारी ने महिला सुरक्षा को लेकर सरकार को घेरा

उन्होंने कहा कि विकास कार्य कराना अच्छी बात है, लेकिन राज्य सरकार और कांग्रेस जनप्रतिनिधियों की ओर से विपक्षी जनप्रतिनिधियों की अनदेखी कर गलत राजनीतिक परंपरा की शुरुआत की जा रही है. कांग्रेस विधायक और कांग्रेस नेताओं की ओर से उद्घाटन और लोकार्पण समारोह में उन्हें बुलाया नहीं जाता है, वहां शिला पट्टिका पर राजसमंद सांसद का नाम तक अंकित नहीं होता है, जो कि गलत परंपरा है.

यह भी पढ़ेंः कोटा: विदेशी महिला ने RPF गश्ती जवान पर लगाया चलती ट्रेन में छेड़छाड़ करने का आरोप, रेलवे ने दिए जांच के आदेश

दीया कुमारी ने कहा की प्रशासन भी मूकदर्शक बनकर सरकार और कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों का साथ दे रहा है. दीया कुमारी ने कहा कि उन्होंने ब्यावर गोमती फोरलेन को स्वीकृत कराया और जब इसका उद्घाटन समारोह था तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी वीसी में जोड़ा था, लेकिन पिछले दिनों भीम क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के लोकार्पण में उनकी स्वीकृति तक नहीं ली गई और विधायक सुदर्शन सिंह रावत ने ही अपने स्तर पर फीता काटकर सारा श्रेय ले लिया, यहां तक शीलापट्टिका पर भी उनका नाम तक अंकित नहीं किया गया.

सांसद दीया कुमारी ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में संगठित अपराध बढ़ रहा है. महिलाओं, बच्चों के साथ लगातार वारदातें हो रही हैं, रेत माफिया, खनन माफिया प्रदेश में बेखौफ चल रहे हैं, आज महिलाएं और बालिकाएं अपने घर में भी सुरक्षित नहीं हैं. अपना खुद का उदाहरण देते हुए सांसद दीया कुमारी ने कहा कि वह खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं, जब भी वह घर से बाहर निकलती हैं तो वह तीन बॉडीगार्ड के साथ घर से बाहर निकलती हैं. ऐसे में जब एक जनप्रतिनिधि अपने आप को सुरक्षित नहीं महसूस करता तो आम महिलाओं की क्या स्थिति होगी.

यह भी पढ़ेंः DEO ने ऑफिस में दी शादी की पार्टी, पत्नी के साथ किया हवन...अब वीडियो हो रहा वायरल

वहीं, जब ईटीवी भारत ने सांसद दीया कुमारी से सवाल पूछा कि कुछ भाजपा नेताओं की ओर से दिवंगत किरण माहेश्वरी की पुत्री दीप्ति के खिलाफ सोशल मीडिया पर अनर्गल प्रचार किया जा रहा है, तो दीया कुमारी ने कहा कि यह गलत परंपरा है और कोई भाजपा नेता ऐसा नहीं कर सकता. इसके साथ ही राजसमंद में भाजपा पार्षद और भाजपा युवा नेता के बीच मारपीट की घटना के सवाल पर दीया कुमारी ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, कुछ आपसी मतभेदों के कारण यह कहा सुनी हुई होगी, इसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है.

राजसमंद. प्रदेश में इन दिनों विकास कार्यों पर जमकर राजनीति हो रही है. राज्य सरकार के मंत्री घोषणाओं का अंबार लगा देते हैं, तो बीजेपी नेता इसे थोथी घोषणाएं बताते हैं. वहीं जिले भर में डीएमएफटी फंड और अन्य मद से विकास कार्यों के लोकार्पण और उद्घाटन जारी हैं, लेकिन इन कार्यक्रमों में अपनी अनदेखी से नाराज सांसद दीया कुमारी राजसमंद जिला मुख्यालय पर राज्य सरकार पर जमकर बरसीं.

दीया कुमारी ने महिला सुरक्षा को लेकर सरकार को घेरा

उन्होंने कहा कि विकास कार्य कराना अच्छी बात है, लेकिन राज्य सरकार और कांग्रेस जनप्रतिनिधियों की ओर से विपक्षी जनप्रतिनिधियों की अनदेखी कर गलत राजनीतिक परंपरा की शुरुआत की जा रही है. कांग्रेस विधायक और कांग्रेस नेताओं की ओर से उद्घाटन और लोकार्पण समारोह में उन्हें बुलाया नहीं जाता है, वहां शिला पट्टिका पर राजसमंद सांसद का नाम तक अंकित नहीं होता है, जो कि गलत परंपरा है.

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दीया कुमारी ने कहा की प्रशासन भी मूकदर्शक बनकर सरकार और कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों का साथ दे रहा है. दीया कुमारी ने कहा कि उन्होंने ब्यावर गोमती फोरलेन को स्वीकृत कराया और जब इसका उद्घाटन समारोह था तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी वीसी में जोड़ा था, लेकिन पिछले दिनों भीम क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के लोकार्पण में उनकी स्वीकृति तक नहीं ली गई और विधायक सुदर्शन सिंह रावत ने ही अपने स्तर पर फीता काटकर सारा श्रेय ले लिया, यहां तक शीलापट्टिका पर भी उनका नाम तक अंकित नहीं किया गया.

सांसद दीया कुमारी ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में संगठित अपराध बढ़ रहा है. महिलाओं, बच्चों के साथ लगातार वारदातें हो रही हैं, रेत माफिया, खनन माफिया प्रदेश में बेखौफ चल रहे हैं, आज महिलाएं और बालिकाएं अपने घर में भी सुरक्षित नहीं हैं. अपना खुद का उदाहरण देते हुए सांसद दीया कुमारी ने कहा कि वह खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं, जब भी वह घर से बाहर निकलती हैं तो वह तीन बॉडीगार्ड के साथ घर से बाहर निकलती हैं. ऐसे में जब एक जनप्रतिनिधि अपने आप को सुरक्षित नहीं महसूस करता तो आम महिलाओं की क्या स्थिति होगी.

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वहीं, जब ईटीवी भारत ने सांसद दीया कुमारी से सवाल पूछा कि कुछ भाजपा नेताओं की ओर से दिवंगत किरण माहेश्वरी की पुत्री दीप्ति के खिलाफ सोशल मीडिया पर अनर्गल प्रचार किया जा रहा है, तो दीया कुमारी ने कहा कि यह गलत परंपरा है और कोई भाजपा नेता ऐसा नहीं कर सकता. इसके साथ ही राजसमंद में भाजपा पार्षद और भाजपा युवा नेता के बीच मारपीट की घटना के सवाल पर दीया कुमारी ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, कुछ आपसी मतभेदों के कारण यह कहा सुनी हुई होगी, इसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है.

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