राजसमंद. राजस्थान विधानसभा उपचुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही जिला प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में बुधवार रात में जिला प्रशासन ने राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उनकी आपत्तियों को सुना.
बैठक में नाथद्वारा मंदिर मंडल बोर्ड के जितेंद्र कुमार ओझा ने बताया कि नामांकन प्रक्रिया 23 मार्च से शुरू हो जाएगी जो 30 मार्च तक चलेगी हालांकि 27 और 28 तारीख को होली का अवकाश रहेगा. वहीं 3 अप्रैल तक नाम वापसी होगी और 17 अप्रैल को मतदान होगा.
उन्होंने बताया कि इस बार राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज को प्रशिक्षण स्थल और स्ट्रांग रूम बनाया है. वहीं रिटर्निंग अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए इस बार 80 साल से अधिक के मतदाता और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने पोस्टल बैलट मतदान की प्रक्रिया शुरू की है, इसके लिए इच्छुक व्यक्ति को एक फॉर्म भरकर देना होगा जिसके बाद जिला प्रशासन का दल उसके मोबाइल नंबर पर मैसेज कर उसे मतदान के दिन बुलाएगा और पोस्टल बैलट से उसका मतदान होगा.
रिटर्निंग अधिकारी ने बताया कि कोरोना को देखते हुए इस बार मतदान बूथों की संख्या भी बढ़ाई गई है. बैठक में रिटर्निंग अधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को चुनाव प्रचार के संबंधित आचार संहिता की जानकारी दी और उन्हें चुनाव खर्च और चुनाव से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से समझाया.बैठक में भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष महेश आचार्य ने चुनाव से जुड़ी अपनी विभिन्न आपत्तियों को संबंधित अधिकारियों के सामने रखा.
पढ़ें- राजसमंद: हत्या के आरोप में आजीवन कारावास, 300 रुपए जुर्माना
रिटर्निंग अधिकारी ने बताया कि चुनाव से जुड़ी किसी भी शिकायत को सीविजन मोबाइल एप और 1950 नंबर पर दर्ज कराया जा सकता है. इस बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर कुशल कोठारी, जिला परिषद सीईओ निमिषा गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश गुप्ता, पुलिस उपाधीक्षक बेनी प्रसाद मीणा समेत चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.