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राजसमंद: प्रभु श्री द्वारकाधीश मंदिर में प्रभु के सम्मुख उड़ाई गई राल गुलाल

राजसमंद में सोमवार को पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय के तृतीय पीठ श्री द्वारकाधीश मंदिर में भगवान श्री द्वारिकाधीश को विशेष शृंगार धराया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे.

राजसमंद की खबर, Third Chair Sri Dwarkadhish Temple
राजसमंद में भगवान श्री द्वारिकाधीश को विशेष शृंगार धराया गया
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Published : Feb 10, 2020, 11:53 PM IST

राजसमंद. श्री पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय के तृतीय पीठ श्री द्वारकाधीश मंदिर में सोमवार को भगवान श्री द्वारिकाधीश को विशेष शृंगार धराया गया. इस मौके पर प्रभु को मस्तक के केसरी छोटे कुले जिस पर 9 चंद्रिका का सादा जोड़, क्षेत्र बसंती किनारी वाली चाक दार बागा, केसरी सुधन, वैसे मौजा जी बसंती कट्टी का पलटा सोने और मीना के अभरण में घनश्याम ठाड़े वस्त्र, केसरी गदर लाल सिंह के फागुन वनमाला धराई गई.

राजसमंद में भगवान श्री द्वारिकाधीश को विशेष शृंगार धराया गया

इसके बाद राजभोग के दर्शन में प्रभु श्री द्वारकाधीश जी को सोने के बंगले में विराजित किया गया. इस दृश्य भोग आरती तक चले उक्त अवसर पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे. वहीं, शयन के दर्शनों में प्रभु द्वारिकाधीश के सम्मुख राल गुलाल उड़ाई गई.

पढ़ें- राजसमंद : भाजपा की बैठक में मंडलों की संगठन संरचना पर मंथन, जल्द होगा कार्यकारिणी का गठन

उक्त दर्शनों को करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे. वहीं, मंदिर मंडल जनसंपर्क अधिकारी विनीत सनाढ्य ने बताया कि सोमवार को गोस्वामी ब्रजभूषण लालजी का उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. बताया गया कि यह परंपरा पुष्टिमार्गीय मंदिरों में हर्षोल्लास के साथ बसंत बसंत पंचमी के बाद मनाई जाती है और राल के दर्शनों को आनंद लेने के लिए भारी संख्या में शहरवासी मंदिर पहुंचे और प्रभु श्री द्वारिकाधीश के दर्शन का आनंद लिया.

राजसमंद. श्री पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय के तृतीय पीठ श्री द्वारकाधीश मंदिर में सोमवार को भगवान श्री द्वारिकाधीश को विशेष शृंगार धराया गया. इस मौके पर प्रभु को मस्तक के केसरी छोटे कुले जिस पर 9 चंद्रिका का सादा जोड़, क्षेत्र बसंती किनारी वाली चाक दार बागा, केसरी सुधन, वैसे मौजा जी बसंती कट्टी का पलटा सोने और मीना के अभरण में घनश्याम ठाड़े वस्त्र, केसरी गदर लाल सिंह के फागुन वनमाला धराई गई.

राजसमंद में भगवान श्री द्वारिकाधीश को विशेष शृंगार धराया गया

इसके बाद राजभोग के दर्शन में प्रभु श्री द्वारकाधीश जी को सोने के बंगले में विराजित किया गया. इस दृश्य भोग आरती तक चले उक्त अवसर पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे. वहीं, शयन के दर्शनों में प्रभु द्वारिकाधीश के सम्मुख राल गुलाल उड़ाई गई.

पढ़ें- राजसमंद : भाजपा की बैठक में मंडलों की संगठन संरचना पर मंथन, जल्द होगा कार्यकारिणी का गठन

उक्त दर्शनों को करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे. वहीं, मंदिर मंडल जनसंपर्क अधिकारी विनीत सनाढ्य ने बताया कि सोमवार को गोस्वामी ब्रजभूषण लालजी का उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. बताया गया कि यह परंपरा पुष्टिमार्गीय मंदिरों में हर्षोल्लास के साथ बसंत बसंत पंचमी के बाद मनाई जाती है और राल के दर्शनों को आनंद लेने के लिए भारी संख्या में शहरवासी मंदिर पहुंचे और प्रभु श्री द्वारिकाधीश के दर्शन का आनंद लिया.

Intro:राजसमंद- श्री पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय के तृतीय पीठ श्री द्वारकाधीश मंदिर में सोमवार को भगवान श्री द्वारिकाधीश को विशेष शृंगार धराया गया. इस मौके पर प्रभु को मस्तक के केसरी छोटे कुले जिस पर 9 चंद्रिका का सादा जोड़ क्षेत्र बसंती किनारी वाली चाक दार बागा केसरी सुधन वैसे मौजा जी बसंती कट्टी का पलटा सोने और मीना के अभरण मैं घनश्याम ठाड़े वस्त्र केसरी गदर लाल सिंह के फागुन वनमाला धराई गई. तत्पश्चात राजभोग के दर्शन में प्रभु श्री द्वारकाधीश जी तिवारी में बने


Body:बगीचे में सोने के बंगले में विराजित किया गया. यह दृश्य भोग आरती के तक चले उक्त अवसर पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे.वही शयन के दर्शनों में प्रभु द्वारिकाधीश के सम्मुख राल गुलाल उड़ाई गई. उक्त दर्शनों को करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे. वही मंदिर मंडल जनसंपर्क अधिकारी विनीत सनाढ्य ने बताया कि आज गोस्वामी ब्रजभूषण लालजी का उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. बताया गया कि यह परंपरा पुष्टिमार्गीय मंदिरों में हर्षोल्लास के साथ बसंत बसंत पंचमी के बाद मनाई जाती है. और राल के दर्शनों को आनंद लेने के लिए भारी संख्या में शहरवासी मंदिर पहुंचे और प्रभु श्री द्वारिकाधीश के दर्शन का आनंद लिया.


Conclusion:बाइट- मंदिर मंडल जनसंपर्क अधिकारी विनीत सनाढ्य
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