चित्तौड़गढ़. राजसमंद की विधायक और प्रदेश की पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी के निधन से हर कोई शोक स्तब्ध है. कइयों को तो अब भी इस बात का विश्वास नहीं हो रहा है कि किरण माहेश्वरी अब इस दुनिया में नहीं है.
माहेश्वरी का चित्तौड़गढ़ जिले से विशेष नाता रहा है. चित्तौड़गढ़ जिले के घोसुंडा कस्बे में किरण माहेश्वरी का ससुराल है. यहां भी निधन की सूचना मिलने के बाद कस्बे में शोक छा गया. ऐसे में मंगलवार को शोक के चलते घोसुंडा कस्बे के बाजार दोपहर तक बंद रहे.
जानकारी के अनुसार राजसमंद विधायक पूर्व सांसद पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी (59) का रविवार देर रात बात मेदांता अस्पताल गुरुग्राम में निधन हो गया था. वे करीब 1 महीने पहले कोरोना संक्रमित हुईं थी. उनका विवाह 1981 में चित्तौड़गढ़ तहसील के घोसुंडा निवासी चोखड़ा परिवार में हुआ था. वह सीए पति सत्यनारायण माहेश्वरी के प्रोफेशन से शुरू से ही उदयपुर में ही रही. लेकिन उनका घोसुंडा लगातार आना जाना रहता था. इसी दृष्टि से उनका यहां से जुड़ाव रहा है.
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वहीं, सोमवार के जैसे ही किरण माहेश्वरी के निधन की सूचना घोसुण्डा कस्बेवासियों को मिली तो हर कोई स्तब्ध रह गया. उदयपुर में मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार हुवा. किरण माहेश्वरी के ससुराल घोसुण्डा कस्बे के बाजार मंगलवार को पूरी तरह से बंद रहे. व्यवसायियों ने सुबह दुकानें बंद रखी. व्यवसायियों ने दुकानें बंद रखने का सोमवार रात को तय कर लिया था. वहीं घोसुण्डा कस्बे के सदर बाजार में लक्ष्मीनाथ मंदिर के सामने समस्त कस्बेवासियों की और से श्रद्धांजलि चल सभा का आयोजन किया गया. इसमें सभी ने गांव की बहू और पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी को श्रद्धांजलि दी
चित्तौड़गढ़ में ही ली थी आखरी राजनीतिक बैठक
जानकारी में सामने आया कि प्रदेश भाजपा ने किरण माहेश्वरी को चित्तौड़गढ़ जिला संगठन प्रभारी का दायित्व दे रखा था. साथ ही पंचायती राज संस्थाओं का चुनाव प्रभारी भी बनाया था. इस नाते उन्होंने गत 26 अक्टूबर को जिला बैठक ली थी. इस बैठक के बाद से ही किरण माहेश्वरी कोरोनावायरस संक्रमित पाई गई. उन्होंने अगले दिन उदयपुर में कोरोना जांच के लिए सैम्पल दिया था.