राजसमंद. प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में उठे खरीद फरोख्त के मामले में सियासत गरमाई हुई है. इस बीच भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच बयानबाजी के तीर चल रहे हैं. वहीं, राजसमंद से विधायक और पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने इस मुद्दे पर अपना बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए भाजपा पर मिथ्या और अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. माहेश्वरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर लोकतंत्र विरोधी फासिस्ट होने का आरोप लगाकर जनादेश का अपमान किया है. देश की मतदाताओं का अपमान किया है.
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उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अपने विधायकों को एकजुट नहीं रख पा रहे हैं. प्रदेश में विकास ठप है, नौकरशाही बेलगाम है और कानून व्यवस्था चरमरा रही है. इसलिए कांग्रेस विधायकों में हताशा और अगले चुनाव में पराजय का भय व्याप्त है. इनके विधायक पाला बदलने को तैयार हैं. लेकिन, भाजपा की इस में कोई रुचि नहीं है. माहेश्वरी ने कहा कि राजस्थान सरकार ने कोरोना आपदा के समय पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट बढ़ाया, मंडी कर बढ़ाया, बिजली महंगी की. ये इनकी पराकाष्ठा है. प्रदेश सरकार ने कोरोना आपदा में एक रुपये भी राहत कार्यों पर खर्च नहीं किया. अगर मोदी सरकार ने समय पर सहायता नहीं दी होती तो राजस्थान में भुखमरी से सैकड़ों मौत हो जाती.
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माहेश्वरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में सरकारी मशीनरी का राजनीतिक दुरुपयोग किया जा रहा है. आपातकाल एवं तानाशाही के समर्थक भाजपा पर लोकतंत्र विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं. इससे बड़ी विडंबना क्या होगी. सरकार पुलिस के विशेष परिचालन समूह द्वारा झूठी प्राथमिकी से भाजपा कार्यकर्ताओं का मुंह बंद करने साजिश कर रही है.