राजसमंद. गहलोत सरकार ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए दीवाली पर पटाखों पर बैन लगा दिया है. पटाखे बेचने और छुड़ाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. पटाखों पर बैन के निर्णय के बाद गहलोत सरकार पर भाजपा हमलावर हो गई है. भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फैसले पर फिर से विचार करने को कहा है.
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किरण माहेश्वरी ने कहा कि पटाखे और आतिशबाजी हमारी सांस्कृतिक परंपराओं का महत्वपूर्ण भाग हैं. दीवाली पर पटाखे हमारी पहचान बन चुके हैं. पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय में देरी से कितने ही छोटे व्यापारियों ने पहले ही पटाखों की खरीदी कर ली. पूरे प्रदेश में पटाखों को करोड़ों रुपए का व्यवसाय होता है. प्रतिबंध से छोटे व्यवसायियों को भारी नुकसान होगा.
पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदूषण एक बड़ी समस्या है और सभी को इसकी चिंता है. आतिशबाजी केवल त्योहारों पर होती है. इसके समय को नियमित करके प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है. समाज के बड़े वर्ग में दीपावली पर पटाखे छोड़ने पर प्रतिबंध को लेकर भारी नाराजगी है. प्रदेश सरकार त्योहारों के उल्लास और प्रदूषण की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए बीच का रास्ता निकाले, जिससे पटाखा व्यापारियों को भी नुकसान ना हो और पर्यावरण भी कम से कम प्रदूषित हो.