नाथद्वारा (राजसमंद). जिले में बजरी खनन के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन ने और अधिक सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. खनन करने वालों पर ठोस कार्रवाई करने को कहा गया है. यह निर्देश जिले के सभी संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं.
जिला कलेक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने इस बारे में अधिकारियों को खनन के मामले में तत्काल कार्रवाई करने और वाहनों व मशीनों की जब्ती करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही चेतावनी दी है कि इस मामले में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कलेक्टर ने जिले के दौरे के दौरान गुंजोल क्षेत्र में बनास नदी पर हो रहे बजरी के खनन को देखा. इस दौरान बजरी खनन पर खनन विभाग के अधिकारियों को बुलवाया. मौके पर ही पोकलैंड और ट्रैक्टर जब्त करवाया. ट्रैक्टर के बारे में तहकीकात करने पर सामने आया कि यह कृषि कार्यों के लिए ही वैध है. जबकि इससे व्यवसायिक कार्य लिया जा रहा था. नाथद्वारा की उपखण्ड अधिकारी निशा भी इस दौरान उनके साथ थीं.
पोसवाल ने बजरी खनन की गतिविधियों पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए जिले के सभी संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस तथा खान विभाग के अधिकारियों को ठोस निर्देश दिए. साथ ही कहा कि जिले में भ्रमण के दौरान इस पर निगाह रखी जाए. जहां कहीं ऐसी स्थितियां सामने आती हैं. वहां तत्काल कार्रवाई कर संसाधन और मशीनों को भी जब्त कर लिया जाए.
नाथद्वारा की उपखण्ड अधिकारी निशा ने बताया कि बजरी खनन के मामलों पर लगाम लगाने और व्यापक निगरानी रखते हुए ठोस कार्रवाई अमल में लाए जाने के निर्देश दीं. उन्होंने बताया कि सोमवार को नाथद्वारा तहसीलदार बसन्त मीणा ने भी निरीक्षण के दौरान अवैध खनन करने पर एक डम्पर को जब्त किया.