राजसमंद. सांसद दीया कुमारी ने नई दिल्ली स्थित अपने कार्यालय पर अध्यक्षता करते हुए नुवोको सीमेंट कंपनी और ग्रामीणों के बीच चल रहे गतिरोध में मध्यस्था की और पिछले कई दिनों से चल रहे गतिरोध को खत्म करवाया. सांसद दीया कुमारी ने कहा कि गांव में लगने वाले बड़े उद्योगों को गांव के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य करना चाहिए.
दीया कुमारी ने कहा कि गांव में लगने वाले उद्योग धंधों के प्रति स्थानीय लोगों को रोजगार और विकास की अपेक्षा रखना स्वाभाविक है. अपेक्षाओं को नजर अंदाज करने से गतिरोध बढ़ता है. हमें आपसी सामंजस्य से आगे बढ़ना होगा, ताकि विकास कार्य को होने से नहीं रोका जा सके. समझौते की शर्तों के अनुसार सीमेंट प्लांट के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि स्थानीय लोगों को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार दिया जाएगा. गांव और आसपास के क्षेत्र के विकास और सामाजिक सरोकार के कार्य विद्यालय में कंप्यूटर और चिकित्सा कार्यों में सहयोग के लिए एंबुलेंस की सुविधा को निकटतम ग्राम पंचायत में कंपनी अपने सीएसआर फंड से आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाएगी.
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राजसमंद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जैतारण विधानसभा के खराड़ी गांव में नुवोको सीमेंट कंपनी के खिलाफ विभिन्न स्थानीय मांगों को लेकर ग्राम वासियों का पिछले 11 फरवरी से धरना प्रदर्शन चल रहा था. बजट सत्र के कारण सांसद दीया कुमारी दिल्ली प्रवास पर हैं. ऐसे में दिल्ली में दीया कुमारी ने मध्यस्थता करते हुए दोनों पक्षों में समझौता करवाया. इसके लिए ग्राम वासियों और सीमेंट कंपनी के अधिकारी आशीष देसाई ने गतिरोध खत्म करने के लिए सांसद दीया कुमारी का आभार जताया.