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SPECIAL : मेवाड़ की बेटी भावना को ओलंपिक टिकट, कहानी सुनकर आपको भी होगा गर्व

राजसमंद की बेटी भावना जाट ने गरीबी की बेड़ियों को तोड़ते हुए राष्ट्रीय पैदल चाल चैंपियन 20 किमी में राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम किया है. इसके साथ ही भावना ने जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक का टिकट अपने नाम कर लिया. देखिए राजसमंद से ये खास रिपोर्ट...

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Published : Feb 16, 2020, 3:30 PM IST

Updated : Feb 16, 2020, 4:40 PM IST

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भावना को मिला ओलंपिक टिकट

राजसमंद. कहते हैं कुछ कर गुजरने के इरादे अगर मजबूत हो तो इंसान के लिए कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है. ऐसा ही कर दिखाया है राजस्थान के राजसमंद जिले की बेटी भावना जाट ने. भावना ने राजस्थान ही नहीं पूरे भारत का नाम रोशन किया है.

भावना को मिला ओलंपिक टिकट

भावना राजसमंद जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर रेलमगरा उपखंड क्षेत्र के एक छोटे से गांव काबरा की रहने वाली है. मेवाड़ की इस बेटी ने झारखंड के रांची में आयोजित वॉक रेसिंग प्रतियोगिता में जीतकर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है. बता दें कि भावना ने 20 किलोमीटर वॉक रेसिंग प्रतियोगिता को 1 घंटे 29 मिनट और 54 सेकंड में पूरा किया है. भावना के इस राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने से पूरे गांव सहित परिवार में खुशी की लहर है.

यह भी पढ़ें : CPI राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने RSS और पीएम मोदी के खिलाफ कहे अपशब्द

किसान हैं भावना के पिता

भावना के पिता शंकर लाल जाट किसान है. इनके अलावा भावना के दो भाई व परिवार में मां है. जब ईटीवी भारत की टीम भावना जाट के घर पहुंची तो हमने देखा कि गरीबी की दीवारों को तोड़कर भावना ने पूरे गांव का नाम रोशन किया है. शुरुआत से ही भावना को उतनी सुविधा नहीं मिल पाई जितनी मिलनी चाहिए थी. लेकिन उसके बावजूद भी भावना ने अपने नाम एक नया कीर्तिमान स्थापित किया.

100 मीटर दौड़ स्पर्धा से की शुरुआत

भावना जाट के शारीरिक शिक्षक हीरालाल कुमावत बताते हैं कि 1 दिन गांव के विद्यालय में शारीरिक शिक्षा की क्लास चल रही थी. तभी भावना ने शिक्षक हीरालाल से पूछा कि क्या इस 100 मीटर दौड़ स्पर्धा में वह भाग ले सकती है. तब हीरालाल ने निसंकोच भावना को मौका दिया और भावना के प्रतिभा को देखकर उन्होंने उसे कई अन्य प्रतियोगिता में भी शिरकत करने का मौका दिया.

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भावना को मिले पुरस्कार

यह भी पढे़ं- मनी लॉन्ड्रिंग केस : पूर्व IAS सिंघवी की अग्रिम जमानत खारिज

इसके साथ ही उन्होंने भावना को हर छोटी से छोटी पैदल चाल की बारीकियों से अवगत कराया. जिसके कारण भावना पहले राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर तक अपना हुनर दिखाने में सफल रही.

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भावना के घर की एक तस्वीर

इंडियन रेलवे में करती हैं नौकरी

परिवार की आर्थिक तंगी के बावजूद भी भावना ने अपनी पढ़ाई जारी रखी. लेकिन अभी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के कारण उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी. वर्तमान में कोलकाता में इंडियन रेलवे में नौकरी करती हुई खेलों में भाग ले रही हैं. बता दें कि भावना जाट 15 मार्च को जापान के टोक्यो में आयोजित होने वाले ओलंपिक प्रतियोगिता में 20 किलोमीटर पैदल चाल में भाग लेने जाएंगी.

राजसमंद. कहते हैं कुछ कर गुजरने के इरादे अगर मजबूत हो तो इंसान के लिए कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है. ऐसा ही कर दिखाया है राजस्थान के राजसमंद जिले की बेटी भावना जाट ने. भावना ने राजस्थान ही नहीं पूरे भारत का नाम रोशन किया है.

भावना को मिला ओलंपिक टिकट

भावना राजसमंद जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर रेलमगरा उपखंड क्षेत्र के एक छोटे से गांव काबरा की रहने वाली है. मेवाड़ की इस बेटी ने झारखंड के रांची में आयोजित वॉक रेसिंग प्रतियोगिता में जीतकर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है. बता दें कि भावना ने 20 किलोमीटर वॉक रेसिंग प्रतियोगिता को 1 घंटे 29 मिनट और 54 सेकंड में पूरा किया है. भावना के इस राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने से पूरे गांव सहित परिवार में खुशी की लहर है.

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किसान हैं भावना के पिता

भावना के पिता शंकर लाल जाट किसान है. इनके अलावा भावना के दो भाई व परिवार में मां है. जब ईटीवी भारत की टीम भावना जाट के घर पहुंची तो हमने देखा कि गरीबी की दीवारों को तोड़कर भावना ने पूरे गांव का नाम रोशन किया है. शुरुआत से ही भावना को उतनी सुविधा नहीं मिल पाई जितनी मिलनी चाहिए थी. लेकिन उसके बावजूद भी भावना ने अपने नाम एक नया कीर्तिमान स्थापित किया.

100 मीटर दौड़ स्पर्धा से की शुरुआत

भावना जाट के शारीरिक शिक्षक हीरालाल कुमावत बताते हैं कि 1 दिन गांव के विद्यालय में शारीरिक शिक्षा की क्लास चल रही थी. तभी भावना ने शिक्षक हीरालाल से पूछा कि क्या इस 100 मीटर दौड़ स्पर्धा में वह भाग ले सकती है. तब हीरालाल ने निसंकोच भावना को मौका दिया और भावना के प्रतिभा को देखकर उन्होंने उसे कई अन्य प्रतियोगिता में भी शिरकत करने का मौका दिया.

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भावना को मिले पुरस्कार

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इसके साथ ही उन्होंने भावना को हर छोटी से छोटी पैदल चाल की बारीकियों से अवगत कराया. जिसके कारण भावना पहले राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर तक अपना हुनर दिखाने में सफल रही.

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भावना के घर की एक तस्वीर

इंडियन रेलवे में करती हैं नौकरी

परिवार की आर्थिक तंगी के बावजूद भी भावना ने अपनी पढ़ाई जारी रखी. लेकिन अभी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के कारण उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी. वर्तमान में कोलकाता में इंडियन रेलवे में नौकरी करती हुई खेलों में भाग ले रही हैं. बता दें कि भावना जाट 15 मार्च को जापान के टोक्यो में आयोजित होने वाले ओलंपिक प्रतियोगिता में 20 किलोमीटर पैदल चाल में भाग लेने जाएंगी.

Last Updated : Feb 16, 2020, 4:40 PM IST
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