राजसमंद. जिले की मचींद पंचायत में जतन संस्थान ने एक नई पहल की शुरुआत की है. खुशी परियोजना के अंतर्गत 13 दिवसीय सकारात्मक बदलाव चुल्हा सत्र की शुरुआत की गई है. इसका उद्देश्य बच्चों को कुपोषण से बचाना और उन्हें स्वस्थ रखना है. बता दें कि ब्लाक के ग्राम पंचायत मशीन में जतन संस्थान ने एक नई पहल की शुरुआत की. इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों का समग्र विकास का रखा गया है. बच्चों के विकास में कुपोषण कहीं अवरोध पैदा न कर दें, इस नवाचार को खुशी परियोजना के अंतर्गत 13 दिवसीय सकारात्मक बदलाव चूल्हा सत्र के जरिए की गई.
इस नवाचार को हिंदुस्तान जिंक, आईसीडीएस और जतन संस्थान कृष राजा के तत्वावधान में किया जा रहा है. वहीं खुशी परियोजना के समन्वयक प्रमोद सारण ने बताया कि कुपोषित चिन्हित बच्चों को सुपोषित करने के उद्देश्य से सकारात्मक बदलाव चुल्हा सत्र की 13 दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत ग्राम पंचायत मशीन के आंगनबाड़ी केंद्र पर की. उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजन पूरी पंचायत समिति खमनोर की 15 ग्राम पंचायतों में आयोजित किए जाएंगे. इससे 400 अति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार का कार्य किया जाएगा.
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बता दें कि अति कुपोषित बच्चों को आरयूटीएस के पैकेट दिए जा रहे हैं. एक सत्र में घनश्याम सेन की ओर से बच्चों का समय-समय पर वजन लेना क्यों जरूरी है, इसके लिए आशा स्वास्थ्य कि ओर से निगरानी चाय के माध्यम से अभिभावकों को समझाया गया. वहीं बच्चों का वजन लिया गया. घनश्याम, कुसुम पालीवाल ने भोजन के पकाने के सुरक्षित और स्वस्थ घाटकों पर चर्चा के सवाल-जवाब किए. इसके साथ ही सहायिका लक्ष्मी सेन ने केंद्र पर मुरमुरे के लड्डू बनाने की रेसिपी सिखाई. इस अवसर पर अनिल भैया पूर्व सरपंच लक्ष्मी लाल सोनी, वरिष्ठ अध्यापक लक्ष्मी लाल, वार्ड पंच दीपक सेन, आंगनवाबाड़ी कार्यकर्ता आशा सहायक सहित स्थानीय ग्राम वासी बच्चे उपस्थित रहे.