प्रतापगढ़. जिले के एनएच 113 पर सिद्धपुरा टोल नाके के पास करमदीखेड़ा में एक पैंथर ने एक मासूम बच्ची सहित दो अन्य को घायल कर दिया है. यहां दो दिन पहले एक पैंथर घुस आया था. पैंथर ने खेत में चर रहे एक बछड़े का शिकार किया, लेकिन ग्रामीणों को पैंथर होने की भनक नहीं लगी. शनिवार दोपहर को खेत में घास कटाई कर रही एक किशोरी पर हमला किया. इसके बाद ग्रामीणाों ने वन विभाग के कर्मचारियों को सूचना दी.
इस बीच पैंथर रोड के नीचे पुलिया में जा घुसा. वहां से गुजर रहे दो लोगों पर भी हमला किया और भागता हुआ एक पेड़ पर चढ़ गया. वन विभाग के कर्मचारी और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. रात को उदयपुर से शूटर के साथ टीम पहुंची, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर पैंथर पेड़ से उतरा और खेतों में भाग गया.
उपवन संरक्षक संग्रामसिंह कटियार ने बताया कि जंगल से भटकता हुआ एक पैंथर एनएच 113 के पास सिद्धपुरा टोल नाके के करमदीखेड़ा इलाके में पहुंच गया है. जहां रमेश के गाय के बछड़े का शिकार किया था. लेकिन ग्रामीणों ने इस तरफ कोई विशेष ध्यान नहीं दिया था.
शनिवार को गांव की मोनिका पुत्री जयसिंह लबाना अपने खेत में घास कटाई करने गई थी. इस दौरान उसे पैंथर ने झपट्टा मारा, जिससे वह चिल्लाई, इसके बाद कई ग्रामीण मौके पर पहुंचे. घायल मोनिका को जिला चिकित्सालय ले जाया गया. इधर गांव में पैंथर भागता हुआ पुलिया में नीचे जा घुसा.
दोपहर को वहां से नरेगा कार्य के बाद घर जा रहे जयंतीलाल लबाना और प्रहलाद लबाना पर झपट्टा मारा. यहां से पैंथर भागते हुए एक ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. इसके साथ ही रठांजना, धमोतर, प्रतापगढ़ थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची. यहां लोगों को दूर किया गया. साथ ही वन विभाग की चित्तौडगढ़ की टीम भी पहुंची.
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वन विभाग ने शाम से ही पैंथर को ट्रंक्यूलाइज करने के लिए अभियान शुरू किया, लेकिन सफल नहीं हुए. इस बीच उदयपुर से भी शूटर की टीम को बुलाया गया. लेकिन ग्रामीणों की आवाज ज्यादा होने और अंधेरा होने से रात करीब आठ बजे पैंथर पेड़ से उतरा और खेतों में भाग गया. वन अधिकारियों ने ग्रामीणों को सावचेत रहने की सलाह दी है.