प्रतापगढ़. शहर के विकास को आयाम देने के लिए चार साल पहले शुरू किये गए तरणताल का काम अब पूरा हो चूका है. कभी बजट के अभाव में तो कभी ठेकेदारों की लेटलतीफी के चलते तरणताल का काम अटका पड़ा हुआ रहता था. करीब 95 लाख रुपए की लागत से बनने वाले तरणताल का काम अब जा कर पूरा हो गया है. नगर परिषद ने शहर के दशहरा मैदान के पास जनवरी 2015 में तरणताल के निर्माण का काम शुरू किया गया था.
इस तरणताल को बंनाने के लिए नगर परिषद ने 95 लाख रुपए खर्च किये है. तरणताल के निर्माण में कई बार बजट के अभाव में यह काम आगे नहीं बढ़ पाया था लेकिन अब तरणताल निर्माण का काम पूरा हो चूका है. पिछले बोर्ड में इस तरणताल का प्रस्ताव भाजपा का बहुमत होने पर तरणताल का काम भी ध्वनिमत से पारित हो गया था. लेकिन अगस्त 2015 में नगर परिषद चुनाव के बाद से यह काम गति नहीं पकड़ पाया था इससे लोगों में मायूसी छाई हुई थी.
लेकिन इस बार बोर्ड के अंतिम समय में नगर परिषद के सभापति कमलेश डोसी के प्रयासों से तरणताल का काम पूरा हो चूका है. सभापति कमलेश डोसी ने बताया की इस माह में तरणताल का उद्धघाटन कर जनता को समर्पित कर दिया जाएगा.
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इस तरह खूबसूरत बना है...
तरणताल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से बना अटल तरणताल का पूरा परिसर 350 गुना 250 फीट का है. जिसमें तरणताल 58 गुना 84 फीट का है. यह तरणताल राष्ट्रीय मानक को ध्यान में रखकर बनाया गया है. तरणताल में 6 लाख 96 हजार लीटर पानी का भंडारण हो सकेगा. तरणताल की अधिकतम गहराई 4 फीट 9 इंच है.
तरणताल बनने के बाद शहर में तैराकी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा सकेगा. वहीं शहर में नए तैराक भी तैयार किए जा सकेंगे. तरणताल के बनने से अब शहर के युवाओं को अन्य शहरों में तैराकी सीखने के लिए नहीं जाना पड़ेगा. तरणताल में स्वीमिंग के साथ कैंटीन में खाने-पिने और टहलने के लिए गार्डन का भी निर्माण किया गया है. स्वीमिंग पुल में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग सुविधाएं नगर परिषद द्वारा उपलब्ध करवाई गई है.