प्रतापगढ़. नगर परिषद चुनाव में 28 जनवरी को होने वाले मतदान के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. कांग्रेस की ओर से जहां विधायक रामलाल मीणा ने कमान संभाल रखी है तो भाजपा की ओर से जिला अध्यक्ष गोपाल कुमावत के नेतृत्व में पार्टी जोर आजमा रही है. चुनाव में भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता नंदलाल मीणा की दूरी चर्चाओं का विषय बना हुआ है.
नगर परिषद चुनाव में प्रचार का शोर थमने के बाद अब उम्मीदवार व्यक्तिगत संपर्क में लगे हुए हैं. कांग्रेस की ओर से विधायक रामलाल मीणा, जिला प्रमुख इंदिरा मीणा, जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह राणावत, एआईसीसी सदस्य सुरेंद्र चंडालिया सहित कई बड़े नेता अपने उम्मीदवारों के समर्थन में एकजुट होकर चुनाव प्रचार में हैं, तो भाजपा में बड़े चेहरे का अभाव नजर आ रहा है.
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पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता नंदलाल और उनके बेटे चुनाव में नजर नहीं आए. माना जा रहा है पार्टी में बढ़ती गुटबाजी से नाराज मीणा और उनके समर्थकों ने इन चुनावों से दूरी बना रखी है. पंचायत चुनावों में नंदलाल मीणा को चुनाव प्रचार से दूर रखने का खामियाजा पार्टी भुगत चुकी है.
नगर परिषद चुनाव में अलग-अलग खेमों में बंटी भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार नहीं कर पाई. कई पार्टी पदाधिकारी तो इस दौरान कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं. कांग्रेस में विधायक रामलाल मीणा के नेतृत्व में जहां पार्टी एकजुट नजर आ रही है तो भाजपा नेताओं में टिकट वितरण से शुरू हुआ असंतोष का दौर अभी तक नहीं थमा है.