प्रतापगढ़. जिले की पुलिस ने अरनोद थाना क्षेत्र के नौगावां निवासी हार्डकोर अपराधी रेहान अहमद पर गुरुवार को प्रतापगढ़ जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर रासुका लगा दी. एसपी अमित कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत पिछले एक दशक से प्रदेश में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. आचार संहिता लगने के बाद जिले के हार्डकोर अपराधियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है. वहीं, गृह विभाग से मिले विशेषाधिकार के बाद प्रतापगढ़ जिला मजिस्ट्रेट डॉ. इंद्रजीत यादव ने प्रतापगढ़, बांसवाड़ा के साथ ही मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन और रतलाम जिलों के करीब 16 मामलों में आरोपी रहे रेहान अहमद पर रासुका लगा दी है.
अब अपराधियों की खैर नहीं - एसपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन को जिला मजिस्ट्रेट ने स्वीकार किया है. इससे रेहान को निरूद्ध करने के लिए गृह विभाग से शक्तियां प्राप्त कर निरुद्धी आदेश जारी किया गया है. जिले में रेहान के अलावा भी अगर कोई हार्डकोर अपराधी है तो उस पर भी जिला मजिस्ट्रेट रासुका लगा सकते हैं. गृह विभाग की ओर से उन्हें तीन माह के लिए विशेष अधिकार दिया गया है.
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पुलिस पर फायरिंग व फिरौती जैसे कई मामले रेहान पर दर्ज - एसपी ने बताया कि आरोपी रेहान गत कई सालों से गंभीर अपराध करता आ रहा है. रेहान पर मारपीट करने, लोगों को डराने धमकाने, असहाय व्यक्तियों की विवादित संपत्तियों पर कब्जा करने, व्यापारियों को जान से मारने की धमकी देकर उनसे फिरौती वसूल के साथ ही हत्या का प्रयास,व अवैध हथियार रखने, पुलिसकर्मियों पर फायरिंग समेत कुल 16 गंभीर मामले दर्ज हैं.
एमपी के उज्जैन में भी दर्ज है प्रकरण - हार्डकोर अपराधी रेहान व उसके अन्य चार साथियों के खिलाफ एमपी के उज्जैन में भी प्रकरण दर्ज हैं. रेहान और उसके साथियों के कब्जे से 5 अवैध देसी पिस्टल सहित 19 कारतूस, 2 खाली मैग्जीन और 12 बोर के 462 राउंड, 9 एमएम के 84 राउंड, 0.22 बोर के 145 राउंड, 7.62 बोर के 49 राउंड के साथ ही कुल 5 देसी पिस्टल, 2 खाली मैग्जीन और 750 राउंड बरामद किए गए थे.
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2020 में पुलिसकर्मी पर हमले का मामला - अरनोद थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी दीपक कुमार बंजारा ने बताया कि 11 मार्च, 2020 को सूचना मिली थी कि रेहान पुत्र रईस पठान निवासी नौगावां कार लेकर नौगावां की तरफ जा रहा थे. इस पर थानाधिकारी दीपक कुमार जाब्ते के साथ उसे दबोच के लिए निकले. कांस्टेबल रामावतार व प्रेमलाल मोटर साइकिल लेकर तलाश करते हुए नौगावां से घोड़ा गट्टा के बीच में जा रहे थे, तभी आरोपी रेहान और सलमान मोटर साइकिल पर आए और रामावतार पर फायर कर दिया. इस फायरिंग में रामावतार के दाहिने हाथ की उंगली में गोली लग गई. इसके बाद मौके से दोनों अपराधी फरार हो गए. जिसके बाद पुलिस टीमों ने आरोपियों की जावरा, कालूखेड़ा और पिपलोदा समेत अन्य स्थानों पर तलाश की थी, लेकिन वो नहीं पकड़े गए थे. इस संबंध में प्रकरण दर्ज किया गया था. साथ ही बाद में उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया था.
अपराधियों से गठजोड़ - एसपी अमित कुमार ने बताया कि हार्डकोर अपराधी रेहान विभिन्न आपराधिक प्रवृत्तियों में लिप्त है. वो थाना अरनोद का हिस्ट्रीशीटर व जिला स्तरीय सर्वाधिक सक्रिय हार्डकोर अपराधी है. उसने प्रतापगढ़, बांसवाड़ा के आसपास के सक्रिय अपराधियों और मध्यप्रदेश के बदमाशों के साथ गठजोड़ कर रखा था. जिनके साथ वो मिलकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया करता था. इससे क्षेत्र की शांति व्यवस्था प्रभावित हो रही थी. प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से ये अपराधी स्थानीय जनमानस को भयभीत करने का काम करता रहते थे. ऐसे में अपराधी रेहान के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 3 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई.