प्रतापगढ़. देश में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे है. अलग-अलग माध्यमों से लोगों को जागरुक करने का भी काम किया जा रहा है.
ऐसे में प्रतापगढ़ के एक कवि हरीश व्यास ने कविता के माध्यम से कहा कि इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि हम घर में रह कर ही इस बीमारी से विजय प्राप्त कर सकते हैं. हरीश व्यास की यह कविता सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रही है.
कोरोना, कोरोना से डरो ना
ये कहां से आया
और जग पे छाया,
कितनों को रुलाया
ये मन घबराया
इससे मिलके लड़ेंगे ना रोना,
कोरोना, कोरोना से डरो ना'
जरूरत है इससे लड़ो ना,
कोरोना, कोरोना से डरो ना.
1 गले से ना मिलना
नमस्ते जी करना,
दूर से बोलो तुम, भीड़ से डरना,
हाथों को धोना, सर्दी ना होना,
बस बुखार न हो, खांसो ना,
कोरोना, कोरोना से डरो ना.
जरूरत है इससे लड़ो ना.
2 मुंह पे मास्क लगाओ
नैन से प्यार जताओ,
कोरोना सिमटम को
तुम ना छुपाओ,
सेनिटाइजर लाओ,
और जर्म्स हटाओ
सभी जाति-धरम से ये कहना,
कोरोना, कोरोना से डरो ना,
जरूरत है इससे लड़ो ना.
3 लॉक डाउन को अपनाओ-
घरों को छोड़ न जाओ,
लक्ष्मण रेखा है प्यारे-
लांघ न जाओ,
अपनों को बचाओ
और देश जगाओ,
ये कसम आज हमको है लेना.
कोरोना-कोरोना से डरो ना,
जरूरत है इससे लड़ों ना.