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कवि हरीश व्यास ने Corona पर लिखी जागरूक करने वाली कविता, आप भी सुनें - राजस्थान की खबर

पूरे देश में इन दिनों लॉक डाउन है. ऐसे में प्रतापगढ़ के एक कवि की कविता इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. इस कविता में कोरोना से लड़ने का संदेश दिया जा रहा है.

Vyas wrote poem on corona, कवि व्यास की कोरोना पर कविता
कवि व्यास ने कोरोना पर लिखी कविता
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Published : Mar 29, 2020, 5:50 PM IST

प्रतापगढ़. देश में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे है. अलग-अलग माध्यमों से लोगों को जागरुक करने का भी काम किया जा रहा है.

ऐसे में प्रतापगढ़ के एक कवि हरीश व्यास ने कविता के माध्यम से कहा कि इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि हम घर में रह कर ही इस बीमारी से विजय प्राप्त कर सकते हैं. हरीश व्यास की यह कविता सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रही है.

कवि व्यास ने कोरोना पर लिखी कविता

पढ़ेंः हारेगा कोरोना: CM गहलोत का PM मोदी को पत्र, 'सभी राज्यों को एकमुश्त 1 लाख करोड़ अनुदान उपलब्ध कराने का अनुरोध'

कोरोना, कोरोना से डरो ना

ये कहां से आया

और जग पे छाया,

कितनों को रुलाया

ये मन घबराया

इससे मिलके लड़ेंगे ना रोना,

कोरोना, कोरोना से डरो ना'

जरूरत है इससे लड़ो ना,

कोरोना, कोरोना से डरो ना.​

1 ​ ​गले से ना मिलना​ ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​

नमस्ते जी करना,

दूर से बोलो तुम, भीड़ से डरना,

हाथों को धोना, सर्दी ना होना,

बस बुखार न हो, खांसो ना,

कोरोना, कोरोना से डरो ना.

जरूरत है इससे लड़ो ना.

2 मुंह पे मास्क लगाओ

नैन से प्यार जताओ, ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​

कोरोना सिमटम को

तुम ना छुपाओ,

सेनिटाइजर लाओ,

और जर्म्स हटाओ

सभी जाति-धरम से ये कहना,

कोरोना, कोरोना से डरो ना,

जरूरत है इससे लड़ो ना.

3 ​लॉक डाउन को अपनाओ-

घरों को छोड़ न जाओ,

लक्ष्मण रेखा है प्यारे-

लांघ न जाओ,

अपनों को बचाओ

और देश ​जगाओ,

ये कसम आज हमको है लेना.

कोरोना-कोरोना से डरो ना,

जरूरत है इससे लड़ों ​ना.

प्रतापगढ़. देश में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे है. अलग-अलग माध्यमों से लोगों को जागरुक करने का भी काम किया जा रहा है.

ऐसे में प्रतापगढ़ के एक कवि हरीश व्यास ने कविता के माध्यम से कहा कि इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि हम घर में रह कर ही इस बीमारी से विजय प्राप्त कर सकते हैं. हरीश व्यास की यह कविता सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रही है.

कवि व्यास ने कोरोना पर लिखी कविता

पढ़ेंः हारेगा कोरोना: CM गहलोत का PM मोदी को पत्र, 'सभी राज्यों को एकमुश्त 1 लाख करोड़ अनुदान उपलब्ध कराने का अनुरोध'

कोरोना, कोरोना से डरो ना

ये कहां से आया

और जग पे छाया,

कितनों को रुलाया

ये मन घबराया

इससे मिलके लड़ेंगे ना रोना,

कोरोना, कोरोना से डरो ना'

जरूरत है इससे लड़ो ना,

कोरोना, कोरोना से डरो ना.​

1 ​ ​गले से ना मिलना​ ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​

नमस्ते जी करना,

दूर से बोलो तुम, भीड़ से डरना,

हाथों को धोना, सर्दी ना होना,

बस बुखार न हो, खांसो ना,

कोरोना, कोरोना से डरो ना.

जरूरत है इससे लड़ो ना.

2 मुंह पे मास्क लगाओ

नैन से प्यार जताओ, ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​ ​

कोरोना सिमटम को

तुम ना छुपाओ,

सेनिटाइजर लाओ,

और जर्म्स हटाओ

सभी जाति-धरम से ये कहना,

कोरोना, कोरोना से डरो ना,

जरूरत है इससे लड़ो ना.

3 ​लॉक डाउन को अपनाओ-

घरों को छोड़ न जाओ,

लक्ष्मण रेखा है प्यारे-

लांघ न जाओ,

अपनों को बचाओ

और देश ​जगाओ,

ये कसम आज हमको है लेना.

कोरोना-कोरोना से डरो ना,

जरूरत है इससे लड़ों ​ना.

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