प्रतापगढ़. जिले के देवगढ़ थाना इलाके के देवाकमाता के जंगल में गुरुवार रात को पशु बाड़े में दो पैंथर घुस गए. सूचना पर वन विभा गौर स्थानीय पुलिस ने मवेशियों और वहां मौजूद परिवार को सुरक्षित निकाला. पैंथर्स को रेस्क्यू करने की कोशिश की गई, लेकिन वे भागकर जंगल में चले गए.
सहायक वन संरक्षक दारासिंह राणावत ने बताया कि देवाकमाता के जंगल में मेहंदीखेड़ा वन क्षेत्र के चोखा गांव में देवीलाल और धनपाल मीणा ने एक मगरी पर बाड़ा बना रखा है. इसके साथ ही करीब पांच बीघा क्षेत्र में खेत पर तारबंदी की हुई है. वहां से दोनों ने गुरुवार रात करीब 1 बजे पुलिस और वन विभाग को सूचना दी कि बाड़े में दो पैंथर घुस आए हैं. इस पर वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. सबसे पहले वहां से परिवार के सदस्यों और मवेशियों को एक-एक कर बाहर निकाला गया और सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया.
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इस दौरान दोनों पैंथर बाड़े के पास नाले और झाड़ियों में छुपे रहे. रात होने के कारण वहां एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों को तैनात किया गया. सुबह करीब 6 बजे से रेस्क्यू अभियान चलाया गया. कर्मचारियों ने पैंथर को रेस्क्यू करने की प्लानिंग की और उन्हें पकड़ने के लिए मुस्तैद रहे. हालांकि इसी दौरान झाड़ियों में छुपे पैंथर भागकर जंगल में चले गए. इसके बाद रेस्क्यू टीम ने राहत की सांस ली. टीम की सजगता से कोई हानि नहीं हुई.
मगरी पर बाड़ा नहीं बनाने की दी हिदायत: जिस स्थान पर खेत ओर बाड़ा बनाया हुआ है. वह जमीन वन विभाग की है. ऐसे में वन विभाग ने यहां से खेत की लोहे की जाली हटा दी है. इसके साथ ही यहां से बाड़ा और जाली को हटाने के निर्देश दिए हैं. वहीं मगरी पर बाड़ा नहीं बनाने की हिदायत दी गई है.
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मौके पर तैनात की गई वन विभाग की टीम: वन विभाग की ओर से मौके पर कर्मचारियों की टीम को तैनात किया गया है. बताया गया है कि एक बार जिस स्थान पर पैंथर के लिए शिकार आसान होता है. वहां वह दोाबरा रात को आता है. इस कारण विभाग की टीम को यहां लगातार 3 दिनों तक तैनात किया गया है. जिससे मवेशियों और किसान के परिवार की सुरक्षा हो सके.