प्रतापगढ़. देश में चल रहे लॉकडाउन की वजह से सारे काम धंधे ठप पड़े हुए हैं. जिसकी वजह से दूसरे प्रदेश में काम के लिए गए लोग अब अपने गृह प्रदेश लौट रहे हैं. वहीं, इसको इसी दौरान उन लोगों की राज्यों की सीमाओं पर चेकिंग करने के बाद ही राज्य में प्रवेश दिया जा रहा है. इसी क्रम में जिले में राजस्थान-मध्य प्रदेश बॉर्डर पर गहनता से चेकिंग की जा रही है. इसी बीच रविवार को आंध्र प्रदेश की तरफ से बाइक से आ रहे 14 लोगों को राजपुरिया बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक लिया. जिसके बाद वहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग के मेल नर्स सुनील पासवान ने इन सभी लोगों की स्क्रीनिंग की. जिसके बाद सभी को राणा पूंजा हॉस्टल में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया.
ये सभी लोग छोटीसादड़ी और धोलापानी क्षेत्र के रहने वाले हैं और आंध्र प्रदेश में पानी पूरी का ठेला लगाता थे. इन लोगों ने बताया कि, हमें आंध्र प्रदेश में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा रहा था. लॉकडाउन की वजह से सारा काम धंधा बंद हो गया. इनके साथ छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल है. वहां, इन लोगों को गुजर बसर करने में काफी दिक्कत आ रही थी. जिसकी वजह से इन लोगों ने वापस अपने गृह प्रदेश आने का फैसला किया.
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बता दें कि, जिले में पिछले दो दिनों से बाहर से आए लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही हैं. बीते दिनों पानमोड़ी और अरनोद कस्बे में पिता पुत्र की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. पॉजिटिव आए ये सभी लोग भी महाराष्ट्र से वापस लौटे थे. जिसके बाद से ही प्रशासन बाहर से आ रहे लोगों की गहनता से चेकिंग कर रहा है. ऐसे में आंध्र प्रदेश से आए इन लोगों को लेकर भी प्रशासन को लापरवाही नहीं बरतना चाहता. जिसकी वजह से इन सभी लोगों की चेकिंग कर सीधा क्वॉरेंटाइन किया है.
वहीं, जिले में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार शहर और ग्रामीण इलाकों में स्क्रीनिंग का काम कर रहा है. स्वास्थ विभाग की ओर से जिले भर से 114 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. जिनकी की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.