प्रतापगढ़. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव (अपर जिला न्यायाधीश) शिवप्रसाद तम्बोली ने मंगलवार को जिला जेल का निरीक्षण किया. न्यायाधीश की ओर से बताया गया कि (Additional District and Sessions Judge Pratapgarh Visit) प्रतापगढ़ जेल में बंद कैदियों के तार निम्बाहेड़ा में एटीएस जयपुर द्वारा गिरफ्तार अपराधियों से जुड़े होने के संबंध में जांच की जा रही है. जेल प्रशासन को गम्भीरता से कार्य करने की हिदायत दी गई. कोई कैदी जेल में अवैधानिक गतिविधियां नहीं चलाएगा. इस संबंध में भी विशेष निर्देश जेल प्रशासन को दिए हैं.
जो कैदी गंभीर व संवेदनशील मामले से जुड़े हैं, जिनके बारे में एटीएस रतलाम व जयपुर (Pratapgarh Jail Prisoners Related to Serious Matters) जांच कर रही है. ऐसे कैदियों को हायर सिक्योरिटी जेल अजमेर या अन्य जेल में स्थानांतरित किया जाएगा. इस दौरान न्यायाधीश ने बन्दियों की स्थिति एवं जेल में मूलभूत सुविधाओं का जायजा भी लिया. उन्होंने जिला कारागृह में बंदियों को मिल रही सुविधाओं, स्वच्छता की व्यवस्था, बंदियों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य, बिस्तर, आहार एवं पीने के पानी, रहने के स्थान आदि के बारे में जायजा लिया.
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निरीक्षण ऐसे बंदीजनों के बारे में जानकारी ली, जिनके पास अपने प्रकरण में पैरवी के लिए अधिवक्ता नहीं है. बंदियों से उनकी समस्याओं के बारे में जाना. जेल मेन्यूअल का पालन करने के लिए समझाया गया. खराब सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त करवाए जाने के निर्देश पूर्व निरीक्षण के दौरान भी दिए गए थे, जिनकी तुरन्त पालना किए जाने के लिए सचिव प्राधिकरण ने जेल स्टॉफ और उपस्थित जेलर को निर्देशित किया. जेल प्रशासन को साफ-सफाई को दुरुस्त रखने व जेल मेन्यूअल की कठोरता से पालना करवाने के बारे में निर्देश दिए गए. वहीं, निरीक्षण के दौरान 393 पुरुष बंदी कारागृह में होना बताए गए. जबकि महिला बंदी एक भी नहीं है. जेल में क्षमता से अधिक बंदियों को हर हाल में कम करने के निर्देश दिए गए.